रांची. गुरुद्वारा श्री गुरुनानक सत्संग सभा ने कृष्णा नगर कॉलोनी रातू रोड में तीन दिवसीय विशेष समागम को लेकर शुक्रवार को नगर कीर्तन निकाला. नगर कीर्तन में सबसे आगे शक्ति और संप्रभुता का प्रतीक नगाड़ा बजाया जा रहा था. पांच निशानची और पांच प्यारों की अगुवाई में पुष्प सवारी पर विराजमान श्री गुरु ग्रंथ साहिब को शबद कीर्तन के साथ कॉलोनी के विभिन्न चौक-चौराहों का भ्रमण कराया गया. स्त्री सत्संग सभा और माता गुजरी जत्था की महिला श्रद्धालुओं ने जल छिड़काव कर झाड़ू से पूरे रास्ते की साफ-सफाई की. पुष्प वर्षा की गयी. सत्संग सभा की कीर्तन मंडली के सुंदरदास मिढ़ा, इंदर मिढ़ा, रमेश पपनेजा, सुरजीत मुंजाल, बेअंत मिढ़ा, गीता कटारिया, शीतल मुंजाल, नीता मिढ़ा, इंदु पपनेजा, रश्मि गिरधर, मंजीत कौर, बंसी मल्होत्रा और बबीता पपनेजा ने खालसा मेरो रूप है खास, खालसे मह हौ करो निवास…, गुर पूरा पाइये वडभागी गुर की सेवा दुःख ना लागी… और वाहो वाहो गोबिंद सिंह आपे गुर चेला…जैसे शबद गायन कर पूरे वातावरण को भक्तिमय कर दिया. इससे पहले गुरुद्वारा के हेड ग्रंथी ज्ञानी जिवेंदर सिंह ने तड़के 4.30 बजे वाहेगुरु से अरदास कर नगर कीर्तन की आज्ञा मांगी. सत्संग सभा के मनीष मिढ़ा ने वाहेगुरु से कुशल क्षेम की अरदास की. सरदार छोटू सिंह ने निशान साहब की सेवा की.
आयोजन में इनकी रही भागीदारी
नगर कीर्तन के संचालन में सत्संग सभा के अध्यक्ष द्वारका दास मुंजाल, सचिव अर्जुन देव मिढ़ा, सुरेश मिढ़ा, लेखराज अरोड़ा, अशोक गेरा, चरणजीत मुंजाल, वेद प्रकाश मिढ़ा, मोहन काठपाल, लक्ष्मण दास मिढ़ा, राजकुमार सुखीजा, अनूप गिरधर, बिनोद सुखीजा, कंवलजीत मिढ़ा, जीतू अरोड़ा, नवीन मिढ़ा, आशु मिढ़ा, ईशान काठपाल, कमल मुंजाल, रमेश तेहरी, अश्विनी सुखीजा, सूरज झंडई, करण अरोड़ा, पीयूष मिढ़ा, कमल तलेजा, जयंत मुंजाल, वंश डावरा, कनिष गाबा, इनिश काठपाल, हर्षित बजाज, पीयूष तलेजा की भागीदारी रही.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

