रांची़
टाटीसिलवे चौक से लेकर चतरा गांव के मोड़ तक सरकारी जमीन हथियाने की होड़ मची है. लोग कच्चा निर्माण, बांस-बल्ली, रस्सी व झंडा लगाकर सड़क के दोनों किनारे की जमीन पर कब्जा कर रहे हैं. धड़ल्ले से वहां दुकानें व अन्य व्यवसाय शुरू किये जा रहे हैं. कुछ लोग तो रस्सी से पहले जमीन घेर रहे हैं, फिर इसे ले-देकर दूसरों के हवाले कर रहे हैं. आश्चर्य की बात यह है कि यह सबकुछ चौक पर ही स्थित टाटीसिलवे थाना के बगल से लेकर 300 मीटर की दूरी तक चल रहा है, पर पुलिस मौन है. दुर्भाग्यपूर्ण तो यह है कि स्थानीय थाने से 50 मीटर की दूरी पर ही सड़क किनारे अतिक्रमण कर बने दुकान व मकान में चाउमिन व चना-चबेना के साथ-साथ देसी शराब वर्षों से बिक रही है. पुलिस को छोड़ सभी लोगों को समस्त जानकारी है. गौरतलब हो कि झारखंड हाइकोर्ट ने अतिक्रमण के खिलाफ कई बार टिप्पणी की है. यह भी कहा गया है कि अतिक्रमण व किसी तरह के अवैध कारोबार के लिए थाना प्रभारी जिम्मेवार होंगे. उधर जमीन हथिया कर सड़क किनारे दुकान बनानेवाले इइएफ की जमीन पर भी अतिक्रमण कर रहे हैं. एक अतिक्रमणकारी तो दो-तीन ट्रकों का मालिक है. कारखाने के प्रभारी महाप्रबंधक इंद्रजीत कुमार ने कहा कि उन्होंने इस मुद्दे पर कार्रवाई के लिए थाना प्रभारी को लिखा है. इधर इसके बाद भी इइएफ की जमीन पर दुकान-मकान बने हुए हैं और बनाये भी जा रहे हैं. इस पूरे मामले के कारण लॉ एंड ऑर्डर बिगड़ने की भी संभावना है. स्थानीय लोगों ने मामले में जिला प्रशासन से कार्रवाई की मांग की है.चुपचाप देख रही है स्थानीय पुलिसडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

