रांची. झारखंड में हिंदी के विकास को समर्पित जयशंकर प्रसाद विचार मंच और डोरंडा कॉलेज के हिंदी विभाग के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित राजभाषा हिंदी सप्ताह का समापन शनिवार को हो गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता साहित्यकार डॉ अशोक प्रियदर्शी ने की. मौके पर विचार गोष्ठी का आयोजन हुआ, जिसका विषय हिंदी: राष्ट्रीय एकता और वैश्विक पहचान की ताकत था. इसमें पद्मश्री मुकुंद नायक, पंकज मित्र, डोरंडा कॉलेज के प्राचार्य डॉ राजकुमार शर्मा, डॉ कमल कुमार बोस व वरिष्ठ पत्रकार अनुज कुमार सिन्हा मुख्य रूप से शामिल हुए. वक्ताओं ने इस बात पर जोर दिया कि हिंदी केवल भारत की राजभाषा नहीं, बल्कि एक ऐसी कड़ी है, जो देश के विभिन्न राज्यों और संस्कृतियों को एक सूत्र में पिरोती है. उन्होंने हिंदी के सामने आने वाली चुनौतियां जैसे कि अंग्रेजी का बढ़ता प्रभाव और तकनीकी बाधाओं पर भी खुलकर बात की और इन समस्याओं का समाधान करने के लिए युवाओं को हिंदी से जोड़ने की आवश्यकता पर बल दिया. समारोह के दूसरे सत्र में साहित्य प्रेमियों को एक विशेष सौगात मिली, जब तीन महत्वपूर्ण पुस्तकों का विमोचन किया गया. कार्यक्रम के सफल आयोजन में जयशंकर प्रसाद विचार मंच के सुरेश निराला के अलावा रविरंजन कुमार गुप्ता, अगस्त प्रसाद, कुमार नंद , संजय कुमार मिश्रा, सुरेश प्रसाद साह, मधुमिता साहा सहित अन्य की भूमिका सराहनीय रही.
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