वरीय संवाददाता, रांची. कांके अंचल के चामा मौजा जमीन घोटाला मामले में होटवार जेल में कांके अंचल का पूर्व कंप्यूटर ऑपरेटर प्रवीण जायसवाल बंद है. उससे इडी की टीम ने लगातार दो दिनों तक जेल जाकर पूछताछ की. सूत्रों के अनुसार इडी को प्रवीण ने अपने बयान में कहा है कि कांके जमीन घोटाला केस में कांके पुलिस द्वारा उससे इडी के अफसरों के खिलाफ जबरन स्वीकारोक्ति बयान लिया गया. उसने एक डीएसपी के दबाव में यह बयान दिया था. उल्लेखनीय है कि प्रवीण जायसवाल ने अपने बयान में पुलिस को बताया था कि उसे जमीन के काम के एवज में दिवाकर द्विवेदी द्वारा लिये गये रिश्वत के रुपये के संबंध में इडी के अफसरों ने जबरन गवाह बना दिया था. उसके साथ मारपीट कर स्वीकारोक्ति बयान में हस्ताक्षर करा लिया था. बयान बिना पूछे ही इडी ने अफसरों ने तैयार किया था. इसके बाद जबरन हस्ताक्षर कराया था. प्रवीण ने पुलिस को अपने स्वीकारोक्ति बयान में यह भी बताया था कि उसे जमीन से संबंधित दस्तावेज का फर्जीवाड़ा करने में कमलेश सिंह ने करीब छह करोड़ रुपये दिये थे. जिसका निवेश उसने शेयर मार्केट, जमीन खरीदने, घर बनाने और दो गाड़ियों को खरीदने में किया था. आरोपी पक्ष के लोगों ने करीब 200 एकड़ जमीन दस्तावेज में हेराफेरी कर और एनआइसी के कर्मियों के साथ मिलकर फर्जीवाड़ा किया है.
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