रांची. झारखंड सहित पूरे देश में डिजिटल हस्ताक्षर के जरिये पेपरलेस तरीके से ई-पासपोर्ट बनाना शुरू किया जायेगा. इसको लेकर मिनिस्ट्री ऑफ एक्सटर्नल अफेयर मंत्रालय ने तैयारी पूरी कर ली है. 10 मार्च को पूरे देश में एम पासपोर्ट ऐप का नया वर्जन पासपोर्ट सेवा प्रोजेक्ट वर्जन 2.0 लांच किया जा रहा है. ई-पासपोर्ट सेवा 2.0 में लेटेस्ट बायोमीट्रिक्स टेक्नोलॉजी का उपयोग किया गया है. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, एडवांस डाटा एनालिसिस, चैट बॉट, लैंग्वेज प्रिफरेंस के साथ ही क्लाउड कंप्यूटिंग का भी प्रयोग किया जायेगा. इससे पासपोर्ट बनवाने की प्रक्रिया आसान होगी. वहीं पहले की तुलना में डाटा ज्यादा सुरक्षित रहेगा. पासपोर्ट सेवा प्रोजेक्ट वर्जन 2.0 से पासपोर्ट बनने की प्रक्रिया में तेजी आयेगी. इसके तहत आवेदक मौके पर ही डिजिटल हस्ताक्षर कर सकेंगे. हस्ताक्षर सीधे ग्रांटिंग अफसर के पास पहुंच जायेगा. इस वजह से अप्वाइंटमेंट के समय में काफी कमी आयेगी. पुलिस वेरिफिकेशन के बाद पासपोर्ट एक सप्ताह से भी कम समय में बनकर तैयार हो जायेगा. इस संबंध में पासपोर्ट ऑफिस से झारखंड पुलिस को पत्र लिखा गया है. ई-पासपोर्ट को लेकर झारखंड पुलिस के अफसरों को ट्रेनिंग भी दी गयी है. उल्लेखनीय है कि देश में साधारण पासपोर्ट नेवी ब्लू कलर का, आधिकारिक पासपोर्ट सफेद रंग का और राजनयिक पासपोर्ट मरून कलर का होता है. लंबित आवेदन का सात मार्च तक करना होगा निपटारा : रीजनल पासपोर्ट ऑफिस की ओर से झारखंड पुलिस को लिखे गये पत्र में कहा गया है कि पुलिस वेरिफिकेशन के लिए पहले से लंबित मामलों का निपटारा सात मार्च 2025 तक करने का अनुरोध किया गया है. पासपोर्ट बनवाने के लिए किन दस्तावेजों की पड़ेगी जरूरत : पैन कार्ड, आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, मतदाता पहचान पत्र, आय प्रमाण पत्र, राशन कार्ड या सरकार द्वारा जारी कोई अन्य दस्तावेज, नाम, जन्मतिथि, लिंग और जन्म स्थान का विवरण आदि.
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