रांची. डीएसपीएमयू में मंगलवार को डॉ बीआर आंबेडकर की 134वीं जयंती मनायी गयी. इस अवसर पर विवि के इतिहास विभाग में व्याख्यान का आयोजन किया गया. मुख्य अतिथि कुलपति डॉ तपन कुमार शांडिल्य ने संविधान निर्माता डॉ बीआर आंबेडकर के व्यक्तित्व के विविध स्वरूपों को विद्यार्थियों के समक्ष रखा. उन्होंने डॉ आंबेडकर के कुछ अनछुए पहलुओं पर भी चर्चा की. कहा कि डॉ आंबेडकर के प्रयास से ही कार्य के घंटों में कमी कर प्रति सप्ताह 48 घंटे कार्य करने का प्रावधान किया गया.
डॉ आंबेडकर ने निभायी अहम भूमिका
डॉ शांडिल्य ने कहा कि यह तो सभी जानते हैं कि कानून के क्षेत्र में डॉ बीआर आंबेडकर की विशेषज्ञता और विभिन्न देशों के संविधान के ज्ञान भारतीय संविधान के निर्माण में मददगार साबित हुए. डॉ आंबेडकर संविधान सभा की प्रारुप समिति के अध्यक्ष बने और भारतीय संविधान के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी. इस अवसर पर इतिहास विभागाध्यक्ष डॉ राजेश कुमार सिंह, शिक्षिका हनी कुमारी व शुभ्रा लकड़ा सहित 250 विद्यार्थी मौजूद थे.
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