रांची. रिम्स के कई डॉक्टर बायोमेट्रिक अटेंडेंस बनाकर ड्यूटी के वक्त रिम्स से चले जाते हैं. सीनियर डॉक्टरों की उपस्थिति नहीं होने से मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ता है. मरीज जूनियर डॉक्टरों से परामर्श लेकर चले जाते हैं. सूत्रों का कहना है कि ऐसा करने वाले डॉक्टरों पर रिम्स की नजर है. अंदेशा लगाया जा रहा है कि ऐसे डॉक्टर निजी चिकित्सीय सेवा में संलिप्त हैं, इसलिए रिम्स छोड़कर जाना पड़ता है. ऐसे डॉक्टरों को चिह्नित करने की तैयारी में रिम्स लगा हुआ है. चिह्नित करने के बाद उनसे स्पष्टीकरण मांगा जायेगा. संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर इसकी जानकारी स्वास्थ्य विभाग को दी जायेगी.
निरीक्षण में ओपीडी व वार्ड में डॉक्टर नहीं मिलत
ेयहां बता दें कि रिम्स अधिकारियों द्वारा निरीक्षण किये जाने पर कई डॉक्टर ओपीडी और वार्ड में नहीं मिलते हैं. ऐसे डॉक्टरों को लगातार निर्देश दिया जाता है, बावजूद उनपर कोई असर नहीं पड़ रहा है. इसके बाद रिम्स प्रबंधन द्वारा 28 फरवरी को आदेश जारी करना पड़ा था. इसमें ऐसे लगातार मिल रही शिकायत की ओर ध्यान आकृष्ट कराया गया था. वहीं, विभागाध्यक्षों को निर्धारित समय सारिणी की लिस्ट जारी कर उसका पालन कराने का निर्देश दिया गया था.
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