रांची. डीएसपीएमयू के स्नातकोत्तर हिंदी विभाग में मंगलवार को रामधारी सिंह दिनकर की जयंती मनायी गयी. मुख्य अतिथि हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ जिंदर सिंह मुंडा ने कहा कि दिनकर आग और राग के कवि थे. दिनकर जितने बड़े कवि थे, उतना बड़ा कद मानवतावाद के आधार पर भी था. डॉ जितेंद्र सिंह ने कहा कि दिनकर राष्ट्रीय कवि थे और राष्ट्रीयता उनका मुख्य स्वर रहा. डॉ विजय कुमार ने कहा कि दिनकर की कविताओं में श्रम को विशेष महत्व मिला है. डॉ मृत्युंजय कोइरी ने कहा कि उनकी कविताओं में समय और समाज के प्रमुख चित्र मिलते हैं. कार्यक्रम का संचालन सृष्टि सोनल ने किया. कार्यक्रम के आयोजन में स्नातकोत्तर हिंदी विभाग के विद्यार्थियों की सराहनीय भूमिका रही.
डीएसपीएमयू : चित्रकला प्रतियोगिता में कलाकारों की दिखी प्रतिभा
रांची. संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा 17 सितंबर से दो अक्टूबर 2025 तक आयोजित राष्ट्रव्यापी अभियान भारत के रंग, कला के संग के तहत मंगलवार को डीएसपीएमयू रांची में राष्ट्रीय चित्रकला प्रतियोगिता एवं कार्यशाला हुई़ कार्यक्रम का मुख्य विषय सेवा पर्व-विकसित भारत का दृष्टिकोण था. प्रतियोगिता के साथ आयोजित कार्यशाला में छात्रों और युवा कलाकारों को चित्रकला के तकनीक और रचनात्मक आयामों के बारे में प्रशिक्षित किया गया. कार्यक्रम का आयोजन डीएसपीएमयू के प्रदर्शन कला विभाग और इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र (आइएनजीसीए), रांची के संयुक्त तत्वावधान में किया गया. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पद्मश्री मुकुंद नायक व विशिष्ट अतिथि के रूप में पद्मश्री महावीर नायक शामिल हुए. कार्यक्रम का समन्वयन डॉ गीतांजलि सिंह, डॉ कुमार संजय झा और डॉ कमल बोस द्वारा किया गया. कार्यक्रम में 70 से अधिक छात्रों और युवा कलाकारों ने हिस्सा लिया. प्रतियोगिता और कार्यशाला दोनों में प्रतिभागियों की रचनात्मकता और सांस्कृतिक दृष्टिकोण को प्रदर्शित किया और विकसित भारत के कलात्मक और सांस्कृतिक आदर्शों को बढ़ावा दिया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

