रांची. सिरमटोली सरना स्थल के पास से रैंप हटाने सहित अन्य मांगों को लेकर आदिवासी संगठनों ने 27 मई को राजभवन के समक्ष धरना देने और चार जून को झारखंड बंद का आह्वान किया है. केंद्रीय सरना स्थल सिरमटोली बचाओ संघर्ष मोर्चा सहित अन्य संगठनों ने शनिवार को नगड़ाटोली स्थित सरना भवन में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर यह जानकारी दी. इस दौरान कहा गया कि रैंप को लेकर आंदोलन और तेज किया जायेगा. इसके साथ ही पेसा कानून लागू करने, जमीन लूट, धर्म कॉलम को लागू करने, ट्राइबल सब प्लान की राशि का दुरुपयोग, समता जजमेंट व आदिवासी सरना न्यास बोर्ड लागू करने की मांग को लेकर भी आंदोलन जारी रखा जायेगा. मोर्चा के नेताओं ने कहा कि आदिवासी मुख्यमंत्री होने के बावजूद रांची के सबसे प्रमुख सरना स्थल को बचाने के लिए मशक्कत करनी पड़ रही है. इस मामले में ज्यादातर आदिवासी मंत्री व विधायक मूकदर्शक बने हुए हैं. कहा गया कि 27 मई को धरना के दौरान राज्यपाल के समक्ष इस मुद्दे को रखा जायेगा और चार जून को झारखंड बंद कराने के लिए विभिन्न आदिवासी संगठन सड़कों पर उतरेंगे. मौके पर पूर्व मंत्री गीताश्री उरांव, पूर्व मंत्री देव कुमार धान, प्रेमशाही मुंडा, कुंदरसी मुंडा, निरंजना हेरेंज, राहुल तिर्की, सूरज टोप्पो, संगीता तिर्की आदि मौजूद थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है