रांची.
आरक्षण के मुद्दे को लेकर ओबीसी समाज की बैठक रविवार को रांची में हुई. इसमें राज्यभर से बुद्धिजीवी, समाजसेवी और प्रतिनिधि शामिल हुए. वक्ताओं ने राज्य में ओबीसी आरक्षण की अनदेखी और सात जिलों में शून्य आरक्षण लागू किये जाने पर आक्रोश जताया. बैठक में कहा गया कि यह नीति सामाजिक न्याय और समानता की भावना के खिलाफ है. इसे अब बर्दाश्त नहीं किया जायेगा. बैठक में ओबीसी आरक्षण को लेकर राज्यव्यापी आंदोलन तेज करने की बात कही गयी. बैठक में उपस्थित सांसद ढुलू महतो ने कहा कि ओबीसी समाज को उसका हक और अधिकार अब हर हाल में मिलकर रहेगा. उन्होंने कहा कि वर्षों से उपेक्षित यह समाज अब जाग चुका है. अगर सरकार जल्द ओबीसी आरक्षण लागू नहीं करती है, तो हम सड़क से सदन तक आंदोलन करेंगे. विधायक शशि भूषण मेहता ने कहा कि राज्य में ओबीसी आरक्षण की अनदेखी अब बर्दाश्त नहीं की जायेगी. उन्होंने कहा कि झारखंड में 27 प्रतिशत आरक्षण की मांग अब जनआंदोलन का रूप ले चुका है. पूर्व विधायक शिव पूजन मेहता ने कहा कि ओबीसी समाज एकजुट है. जब-जब ओबीसी के अधिकारों पर हमला होगा, तब-तब संघर्ष तेज किया जायेगा.जन-जागरण अभियान चलाया जायेगा
बैठक में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया गया कि आनेवाले दिनों में रांची से लेकर प्रखंड स्तर और गांव- गांव जन-जागरण अभियान चलाया जायेगा. बैठक की अध्यक्षता शत्रुघ्न साहू ने की और संचालन संजय साव ने किया. इस अवसर पर कुशवाहा, तेली, गोप, केशरी, चंद्रवंशी, बनिया, सुंडी, कुम्हार, अघोरी, अमाअत, बागड़ी, बखो (मुस्लिम), बनपार, बराई, बरहाई (विश्वकर्मा), बारी, बेलदार, राणा आदि समाज के लोग उपस्थित थे.
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