डकरा. एनके एरिया की पुरनाडीह परियोजना में सहायक मैनेजर के पद पर कार्यरत मातुल बघेल (30) का शव संदिग्ध स्थिति में पश्चिम बंगाल के आसनसोल-कुल्टी रेलवे स्टेशन के बीच में मिला है. शव के पास से मिले आधार कार्ड से जीआरपी ने परिजनों से संपर्क किया तब लोगों को घटना की जानकारी मिली. जानकारी मिलने के बाद मोहन नगर डकरा में रहनेवाले उनके पिताजी भोला बघेल और अन्य चार लोग घटनास्थल के लिए रवाना हो गये हैं. भोला बघेल भी एनके एरिया में ओवरमैन के पद पर कार्यरत हैं और मोहन नगर काॅलोनी में रहते हैं. पिछले पांच महीने से मातुल केडीएच काॅलोनी सुभाष नगर में अपना अलग क्वार्टर आवंटित करा कर रह रहा था. जानकारी अनुसार वह तीन दिन से यहां नहीं था और कल से फोन बंद बता रहा था. परिजन कुछ बता पाने की स्थिति में नहीं हैं, लेकिन आसपास रहने वाले लोगों ने बताया कि विभागीय काम से बाहर जाने की बात उन्होंने कुछ लोगों को बताई थी. रेलवे पुलिस ने शव की जो तस्वीर भेजी है, उससे हत्या की आशंका व्यक्त की जा रही है. शव अर्धनग्न अवस्था में है और छाती, पैर और चेहरे पर जख्म के गहरे निशान हैं. सोशल मीडिया पर मातुल की मौत की जानकारी वायरल होने पर पूरे मोहन नगर काॅलोनी और पुरनाडीह में लोग स्तब्ध हैं. मातुल की पहचान एक मृदुभाषी, होनहार माइनिंग इंजीनियर के रूप में थी.
सीसीएल के लाल योजना का टाॅपर रहे हैं
मातुल बघेल सीसीएल के लाल योजना का टाॅपर छात्र रहे हैं और यहीं से उन्होंने अपने कैरियर को दिशा दी. 2001 में बोला बघेल बेरमो से तबादला हो कर एनके एरिया आए थे. राॅयल प्रोग्रेसिव स्कूल मोहन नगर डकरा से उन्होंने पढ़ाई शुरू की और 10वीं पास किया. एक छोटा भाई अतुल बघेल और छोटी बहन इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रही है. मोहन नगर काॅलोनी और पूरे छत्तीसगढ़ी समाज के लिए यह परिवार एक उदाहरण है. मातुल भी बचपन से जितना मेधावी थे, उतना ही सामाजिक और मृदुभाषी थे.पश्चिम बंगाल के आसनसोल-कुल्टी रेलवे स्टेशन के बीच मिला शव
पिता भोला बघेल भी एनके एरिया में ओवरमैन के पद पर कार्यरत हैं
अर्धनग्न अवस्था में मिले शव की छाती, पैर और चेहरे पर जख्म निशान
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