वरीय संवाददाता, रांची. झारखंड हाइकोर्ट के अधिवक्ता एम अहमद चौधरी की शिकायत पर कोकर एचबी रोड स्थित कैंसर सेंटर के मैनेजर के अलावा अस्पताल के प्रबंधक डॉ कुमार सौरभ, डॉ पूर्णिमा और डॉ सोनी प्रवीण त्रिपाठी के खिलाफ सदर थाना में केस दर्ज किया गया है. सभी आरोपियों पर शिकायतकर्ता ने अपने पुत्र के कैंसर के इलाज के दौरान लापरवाही बरतने और इसके संक्रमण के खतरे को और बढ़ाने का आरोप लगाया है. पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है. शिकायतकर्ता ने पुलिस को बताया है कि उन्होंने अपने पुत्र के कैंसर के इलाज के लिए 29 मार्च को अस्पताल के डॉ सौरभ से परामर्श लिया था. इस दौरान कीमोथेरेपी चलाने का परामर्श दिया गया था. डॉक्टर के निर्देश पर एक अप्रैल को शिकायतकर्ता ने अपने पुत्र को अस्पताल में भर्ती कराया और दो अप्रैल को उसे छुट्टी दे दी गयी. इसके बाद 15 अप्रैल को दूसरी कीमोथेरेपी और 29 अप्रैल को तीसरी कीमोथेरेपी हुई. सभी कीमोथेरेपी के पहले फिटनेस के पुन: मूल्यांकन के लिए ब्लड की जांच की गयी. तीसरे कीमोथेरेपी के बाद छुट्टी देने के दौरान डिस्चार्ज पेपर के साथ ब्लड जांच रिपोर्ट दी गयी थी. ब्लड जांच रिपोर्ट में छह पेज होने का उल्लेख था. लेकिन रिपोर्ट सिर्फ तीन पेज की दी गयी. इस पर संदेह होने पर जब शिकायतकर्ता ने इसकी पड़ताल शुरू की, तब उन्हें पता चला कि 15 अप्रैल और 29 अप्रैल के ब्लड जांच रिपोर्ट में कोई अंतर नहीं है. तब शिकायतकर्ता ने अस्पताल प्रबंधन के सामने विसंगतियों के बारे में सवाल उठाया. तब 29 अप्रैल को ब्लड जांच से संबंधित एक तीन पन्नों की रिपोर्ट दी गयी. इसके बाद एक रिपोर्ट और दी गयी. लेकिन इस रिपोर्ट में ब्लड जांच रिपोर्ट एक दूसरे से भिन्न थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है