Babulal Marandi Attacks Hemant Soren| भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता और झारखंड विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर निशाना साधा है. रविवार को बाबूलाल मरांडी ने कहा कि भुईंहारी जमीन की हेराफेरी मामले में मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) और मुख्यमंत्री की संलिप्तता से इनकार नहीं किया जा सकता. उन्होंने मामले की उच्चस्तरीय जांच कराने की मांग की है.
बाबूलाल मरांडी ने हेमंत सोरेन के कटघरे में खड़ा किया
भूईंहारी जमीन की हेराफेरी मामले में सीधे तौर पर सीएमओ और सीएम को कटघरे में खड़ा करते हुए बाबूलाल मरांडी ने कहा कि रांची में आदिवासी भुईंहारी जमीन की प्रकृति बदलकर उसे बेचे जाने का मामला अत्यंत गंभीर है. कांके के चामा गांव में उन्होंने स्वयं ग्रामीणों से मिलकर जमीन की हेराफेरी की जानकारी ली थी. पूरे मामले से उन्होंने प्रशासन को भी अवगत कराया था.
कांके अंचल की जमीनों पर इंडी गठबंधन के नेताओं और माफिया की नजर – बाबूलाल
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि कांके अंचल की कई जमीनों पर इंडी गठबंधन के नेताओं और जमीन माफियाओं की नजर है. उन्होंने आरोप लगाया कि सत्ता के संरक्षण में रैयती, पहनाई, भुईंहारी और गैर मजरुआ जमीनों पर माफिया तत्व जबरन कब्जा कर रहे हैं.
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200 एकड़ जमीन की हेराफेरी कम्प्यूटर ऑपरेटर के बूते की बात नहीं – मरांडी
बाबूलाल मरांडी ने कहा कि बरियातू में भुईंहारी जमीन पर कब्जे के मामले में हेमंत सोरेन की भूमिका किसी से छुपी नहीं है. उन्होंने कहा कि 200 एकड़ जमीन की हेराफेरी एक कम्प्यूटर ऑपरेटर के बूते की बात नहीं है. मरांडी ने कहा कि इस पूरे खेल में अंचल अधिकारी से लेकर मुख्यमंत्री कार्यालय तक की मिलीभगत है.
भुईंहारी जमीन कब्जा मामले की गहराई से जांच की मरांडी ने की मांग
बाबूलाल मरांडी ने बार-बार कहा कि भुईंहारी जमीन पर कब्जे के मामले में मुख्यमंत्री की संलिप्तता से इनकार नहीं किया जा सकता. उन्होंने कहा है कि इस पूरे प्रकरण की गहराई से जांच कराकर दोषी लोगों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए.
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