रांची.
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष व नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने राज्य के वरीय प्रशासनिक अधिकारियों की कार्यशैली पर नाराजगी जतायी है. श्री मरांडी ने कहा कि गुरुवार की सुबह लगभग 11 बजे उन्होंने जनसरोकार से जुड़े एक मामले में बात करने के लिए बोकारो जिले के एसपी, डीसी और एसडीओ को फोन किया और कराया, लेकिन सभी के नंबर ऑफ थे.उन्होंने कहा कि अगर दिन के 11 बजे जिले के शीर्ष अधिकारी ही संपर्क से बाहर हों, तो यह बताने की जरूरत नहीं कि सरकार कितनी गंभीरता से काम कर रही है और ऐसे अधिकारी कितने गैर जिम्मेदार हैं? उन्होंने कहा कि यह जानकारी मिली है कि झारखंड के अधिकांश वरिष्ठ अधिकारी तीन-तीन, चार-चार मोबाइल नंबर रखते हैं. एक सरकारी नंबर, जो कभी उठाया नहीं जाता. दूसरा प्राइवेट नंबर, जो सिर्फ दोस्तों और परिचितों के लिए होता है और बाकी सीक्रेट नंबर, जो सेटिंग-गेटिंग और धंधे के लिए प्रयोग होता है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को इस पर संज्ञान लेना चाहिए. अधिकारियों को कुर्सी पर बैठने के लिए नहीं, बल्कि जनता की सेवा के लिए नियुक्त किया गया है. अगर जनप्रतिनिधियों को ही अधिकारियों से बात करने में इतनी कठिनाई हो रही है, तो आम जनता का हाल सहज ही समझा जा सकता है.पाकिस्तान से हथियार मंगाने की उच्च स्तरीय जांच हो
श्री मरांडी ने कहा कि रांची में पाकिस्तान से ड्रोन के जरिये हथियार और गोलियां मंगा कर अपराध किये जा रहे हैं. यह मामला पुलिस के खुफिया तंत्र की विफलता को उजागर करता है. मुख्यमंत्री इसकी उच्चस्तरीय जांच करायें और आवश्यक कार्रवाई करें.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

