प्रतिनिधि, लापुंग.
प्रखंड के चंपाडीह के रामरेखा टोंगरी में कार्तिक पूर्णिमा पर गुरुवार को आस्था और संस्कृति का बेजोड़ तालमेल देखने को मिला. ग्रामीणों ने परंपरा को जीवित रखते हुए विशाल मेला सह सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया. मुख्य अतिथि समाजसेवी जयनाथ साहू ने दीप प्रज्ज्वलित कर सांस्कृतिक कार्यक्रम का उदघाटन किया. श्री साहू ने कहा कि मेला-जतरा पुरखों की दी हुई सांस्कृतिक विरासत हैं. इसे बचा कर रखें. मेला के आयोजन कर्ता सह अखिल भारतीय रौतिया समाज विकास परिषद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रामशंकर सिंह ने कहा कि हमें अपनी पारंपरिक मेलों और त्योहारों को बचाना चाहिए. सांस्कृतिक कार्यक्रम में आये कलाकारों और नृत्य दलों ने स्थानीय लोकनृत्य व पारंपरिक गीत प्रस्तुत कर दर्शकों का मन मोह लिया. कलाकारों में मुन्नू देवी, संगीता सिंह, विजय बरला, एतवा व झारखंड दीवाना म्यूजिकल ग्रुप साउंड की प्रस्तुतियों पर दर्शक झूम उठे. मेला में ईख व जलेबी की खूब बिक्री हुई. कार्तिक पूर्णिमा पर पोकटा, जरीयागढ़, लरता, कर्रा से आये कीर्तन मंडलियों ने कीर्तन किया. वहीं पूजन के सारे अनुष्ठान पुजारी भरत दास व सुरेश देवघरिया ने कराये. आयोजन को सफल बनाने में देवेन्द्र सिंह, जितेन्द्र सिंह, ग्राम प्रधान रेजन ने सहयोग किया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

