रांची : बिरसा कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ परविंदर कौशल ने किसानों से कहा है कि वे नौकरी ढूंढ़नेवाले के बजाय नौकरी देनेवाला बनें. कृषि, बागवानी, पशुपालन, मुर्गी पालन, मछली पालन, खाद्य प्रसंस्करण आदि क्षेत्रों में नियमित तकनीकी प्रशिक्षण के लिए बीएयू में कौशल विकास केंद्र शीघ्र ही कार्य करना आरंभ करेगा. इच्छुक किसानों को उद्यमी बनाने के लिए विवि की बीपीडी सोसाइटी आगे की कार्रवाई करेगी.
डॉ कौशल सोमवार को जागरूकता परिभ्रमण कार्यक्रम के तहत विवि आये कांके प्रखंड के एकंबा गांव के किसानों को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने ग्रामीणों से कहा कि वे अपनी पारिवारिक जरूरतों के लिए भले ही सब कुछ उगायें, लेकिन खेती-बारी संबंधी किसी एक गतिविधि या एक उत्पाद के लिए आपका गांव पूरे रांची में मशहूर होना चाहिए. कार्यक्रम की अध्यक्षता कृषि संकाय के प्रभारी अधिष्ठाता डॉ आरआर उपासनी ने की.
भ्रमणकारी किसानों व कृषक महिलाओं को प्रक्षेत्र, विभाग एवं इकाई भ्रमण के दौरान डॉ एलबी सिंह ने बकरी-भेड़ पालन, डॉ सुशील प्रसाद ने मुर्गी पालन एवं प्रसंस्करण, डॉ केके झा ने फूलों की संरक्षित खेती, डॉ रवींद्र कुमार ने सूअर पालन, डॉ नरेंद्र कुदादा ने मशरूम उत्पादन के बारे में जानकारी दी. मौके पर किसानों को मक्का के उन्नत प्रभेद की मुफ्त बीज तथा हस्तचालित मक्का छिलाई यंत्र उपलब्ध कराने की घोषणा की गयी.