इस घटना में वह भी घायल हुआ था. इसके बाद 02 अगस्त 2007 को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी थी. काफिल अहमद के ई-मेल में भी कटकी का नाम है. पुलिस सूत्रों के मुताबिक कटकी का संबंध दो दिन पहले दिल्ली से गिरफ्तार अलकायदा के दो और यूपी से गिरफ्तार एक संदिग्ध से भी है. पुलिस मुख्यालय के प्रवक्ता एडीजी एभियान एसएन प्रधान ने बताया कि ओड़िशा के कटक के नजदीक टांगी प्रखंड में एक मदरसा है. मदरसा ओड़िशा सरकार से मान्यता प्राप्त नहीं है, लेकिन उसमें किसी तरह की गलत गतिविधि संचालित होती है, इस बारे में ओड़िशा पुलिस को कोई पुख्ता तथ्य नहीं मिले हैं.
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दिल्ली व उत्तरप्रदेश से गिरफ्तार तीन आतंकियों के संपर्क में रहा है कटकी, अलकायदा आतंकी के निकाहनामे पर है हस्ताक्षर
रांची: ओड़िशा के कटक से गिरफ्तार अब्दुल रहमान उर्फ कटकी के आतंकी होने की पुष्टि होने के बाद दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम शुक्रवार को उसे दिल्ली ले गयी. कटकी के बारे में पता चला है कि वह अलकायदा के आतंकियों के संपर्क में था. अलकायदा के आतंकी रहे काफिल अहमद को वह जानता है. […]
रांची: ओड़िशा के कटक से गिरफ्तार अब्दुल रहमान उर्फ कटकी के आतंकी होने की पुष्टि होने के बाद दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम शुक्रवार को उसे दिल्ली ले गयी. कटकी के बारे में पता चला है कि वह अलकायदा के आतंकियों के संपर्क में था. अलकायदा के आतंकी रहे काफिल अहमद को वह जानता है. काफिल अहमद बंगलुरु का रहने वाला था और जमशेदपुर में उसकाी ससुराल है. काफिल अहमद के निकाहनामे पर कटकी का हस्ताक्षर है. काफिल अहमद 30 जून 2007 को इंग्लैंड के ग्लासगाे इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पास हुए कार विस्फोट की घटना में शामिल था.
इस घटना में वह भी घायल हुआ था. इसके बाद 02 अगस्त 2007 को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी थी. काफिल अहमद के ई-मेल में भी कटकी का नाम है. पुलिस सूत्रों के मुताबिक कटकी का संबंध दो दिन पहले दिल्ली से गिरफ्तार अलकायदा के दो और यूपी से गिरफ्तार एक संदिग्ध से भी है. पुलिस मुख्यालय के प्रवक्ता एडीजी एभियान एसएन प्रधान ने बताया कि ओड़िशा के कटक के नजदीक टांगी प्रखंड में एक मदरसा है. मदरसा ओड़िशा सरकार से मान्यता प्राप्त नहीं है, लेकिन उसमें किसी तरह की गलत गतिविधि संचालित होती है, इस बारे में ओड़िशा पुलिस को कोई पुख्ता तथ्य नहीं मिले हैं.
कटक पहुंचे कई अभिभावक
एडीजी अभियान ने बताया कि टांगी मदरसा में जो बच्चे हैं, उनमें अधिकांश झारखंड के हैं. झारखंड के करीब 60 बच्चे वहां पर रह कर पढ़ाई कर रहे हैं. मदरसा से कटकी के संबंध की बातें सामने आने के बाद यहां के कई अभिभावक कटक पहुंच गये हैं. अभिभावक अपने बच्चों को लाने वहां पहुंचे हैं. झारखंड एटीएस की टीम भी जल्द ही कटक जायेगी.
हिंदपीढ़ी में हुआ था कटकी का विरोध
कटकी के बारे में जो जानकारी मिल रही है, उसके मुताबिक करीब दो माह पहले कटकी रांची आया था. खुफिया एजेंसियां उसके पीछे लगी हुई थी. खुफिया एजेंसियों को यह पता चला था कि कुछ लोगों से उसने हिंदपीढ़ी में भाषण देने की इच्छा जतायी थी. तब हिंदपीढ़ी के लोगों ने इसका विरोध किया था. लोगों ने कहा था कि वह सही आदमी नहीं है. इसके बाद वह चान्हो गया था. चान्हों में उसने एक-दो जगह भाषण भी दिया था.
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