गुमला/रांची: प्राचार्य डॉ शशिभूषण की गर्दन भुजाली से काटने के बाद आरोपी राकेश 25 मिनट तक कॉलेज परिसर में घूमता रहा, लेकिन किसी ने उसे पकड़ने की हिम्मत नहीं जुटायी. नामांकन केंद्र में भी वह जबरन घुसने का प्रयास किया. कर्मचारियों ने दरवाजा बंद कर दिया.
दिन के करीब 12 बजे केओ कॉलेज गुमला में प्राचार्य डॉ शशिभूषण, कॉलेज के शिक्षक प्रो जीतवाहन बड़ाइक व प्रो एजे खलखो के साथ बैठे हुए थे. किसी काम को लेकर प्रो खलखो कार्यालय से निकल कर चले गये. कार्यालय में शशि भूषण व जीतवाहन आपस में किसी बात को लेकर मंत्रणा कर रहे थे. तभी स्नातक पार्ट थर्ड का छात्र राकेश उर्फ कृष्णा भुजाली लेकर पहुंचा. कोई कुछ समझ पाता, उससे पहले राकेश ने भुजाली से प्राचार्य पर वार कर दिया. गर्दन में लगते ही प्राचार्य फर्स पर गिर पड़े. यह देख आरोपी ने दोबारा प्राचार्य की गर्दन काट दी. फर्स पर खून पसर गया. प्रो जीतवाहन हल्ला करने लगे. आसपास के कर्मचारी जुट गये. छात्रों में अफरा-तफरी मच गयी. तुरंत प्राचार्य को उठा कर अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया
शिक्षक व कर्मचारियों ने बताया कि प्राचार्य को भुजाली से काटने के बाद भी हत्यारे के चेहरे पर किसी प्रकार का भय या कोई सिकन नहीं था. वह बड़े आराम से प्राचार्य के कार्यालय से भुजाली हिलाते हुए निकला. तभी किसी ने उसे पुलिस के आने की सूचना दी, तो वह छात्रावास में जाकर छिप गया. पुलिस ने उसे छात्रावास से धर दबोचा. थाना में जब राकेश को लाया गया, तो यहां भी वह हंसकर बात कर रहा था. लेकिन उसने जो बयान दिया है. अगर उसकी बयान में सच्चाई है, तो प्राचार्य को पूरी प्लानिंग के तहत मारा गया है. इसमें और कुछ लोगों के हाथ हो सकते हैं, जिसके कहने पर राकेश ने इतना बड़ा कदम उठाया.
साइकिल, भुजाली बरामद
पुलिस ने छात्रावास के रूम नंबर 130 से भुजाली बरामद की है. भुजाली को धोकर पेपर में मोड़कर रखा गया था. भुजाली से काटने के बाद राकेश ने उसे धोकर अपने ही रूम में छिपा कर रखा था. वहीं पुलिस ने प्राचार्य कार्यालय के बाहर से राकेश की एक साइकिल भी बरामद की है. पुलिस साइकिल को थाना ले गयी है. छात्रों के अनुसार दो दिन पहले राकेश छात्रावास से गायब हुआ था और बुधवार को वह साइकिल से आया था.

