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केंद्र सरकार की श्रमिक विरोधी नीतियों के खिलाफ आठ को बैंकों में रहेगी हड़ताल ग्राहकों को हो सकती है परेशानी
केंद्र सरकार की श्रमिक विरोधी नीतियों के खिलाफ की जायेगी हड़ताल तकनीकी रूप से आत्मनिर्भर ग्राहकों को कम होगी असुविधा रांची : 10 केंद्रीय श्रमिक संगठनों ने केंद्र सरकार की श्रमिक विरोधी नीतियों के खिलाफ आठ जनवरी को देशव्यापी हड़ताल का आह्वान किया है.हड़ताल में बैंकों के साथ-साथ बीमा कर्मचारी भी शामिल होंगे. कर्मियों के […]
केंद्र सरकार की श्रमिक विरोधी नीतियों के खिलाफ की जायेगी हड़ताल
तकनीकी रूप से आत्मनिर्भर ग्राहकों को कम होगी असुविधा
रांची : 10 केंद्रीय श्रमिक संगठनों ने केंद्र सरकार की श्रमिक विरोधी नीतियों के खिलाफ आठ जनवरी को देशव्यापी हड़ताल का आह्वान किया है.हड़ताल में बैंकों के साथ-साथ बीमा कर्मचारी भी शामिल होंगे. कर्मियों के हड़ताल में शामिल होने से बैंकिंग सेवाओं पर असर पड़ेगा. इससे ग्राहकों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है. सोमवार को यूनियन की ओर से नुक्कड़ सभा कर हड़ताल को सफल बनाने का आह्वान किया.
हड़ताल में भारतीय स्टेट बैंक को छोड़ अन्य सार्वजनिक बैंक बंद रह सकते हैं. बैंक यूनियनों ने कर्मचारियों से चाबी स्वीकार नहीं करने को कहा है.
इसको लेकर बैंकों के राज्य भर में संचालित कुल 3,402 एटीएम में से एसबीआइ के 511 ऑनसाइट एटीएम को छोड़ शेष 1, 200 ऑनसाइट एटीएम की सेवाएं प्रभावित हो सकती हैं. हालांकि नेट बैंकिंग पर इसका असर नहीं पड़ेगा. हड़ताल को देखते हुए एसबीआइ सहित निजी बैंक अपनी सेवा को सामान्य बनाये रखने के लिए आवश्यक कदम उठा रहे हैं. बेफी के महामंत्री एमएल सिंह ने कहा कि बैंक हड़ताल आम लोगों के पक्ष में और केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ है. इसमें आम लोगों को भी समर्थन के लिए आगे आना चाहिए.
हड़ताल को बैंकिंग सेक्टर से बड़ा समर्थन : इस बार ट्रेड यूनियनों की हड़ताल में ऑल इंडिया बैंक इंप्लाइज एसोसिएशन (बेफी), बैंक इंप्लाइज फेडरेशन ऑफ इंडिया, इंडियन नेशनल बैंक इंप्लाइज फेडरेशन और इंडियन नेशनल बैंक ऑफिसर्स कांग्रेस के अलावा ग्रामीण बैंक के सभी सात संगठन हड़ताल में शामिल हैं. वहीं हड़ताल को ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स संघ और भारतीय रिजर्व बैंक के कर्मचारियों ने नैतिक समर्थन दिया है.
ऑनलाइन सेवा रहेगी बहाल : हड़ताल का असर ऑनलाइन बैंकिंग सेवाओं पर नहीं पड़ेगा. बैंक अधिकारी के मुताबिक, एनइएफटी, नेट बैंकिंग, बैंकों के मोबाइल ऐप से संबंधित सेवाएं चौबीस घंटे उपलब्ध रहेंगी. आप किसी सामान को खरीदने के लिए भी बैंक की ऑनलाइन सेवा का इस्तेमाल कर सकते हैं.
हड़ताल से उत्पादन में कमी की भरपाई अवकाश के दिन पूरा करेंगे कर्मी : सिंह
रांची : हटिया कामगार यूनियन (एटक) के अध्यक्ष लालदेव सिंह ने कहा कि आठ जनवरी को होने वाली हड़ताल एचइसी के हित में है. उन्होंने कहा कि हड़ताल एचइसी को बेहतर स्थिति में लाने, कंपनी को परमाणु ऊर्जा विभाग के अधीन करने व पुनरुद्धार पैकेज के लिए केंद्र सरकार पर दबाव बनाने के लिए है.
केंद्र सरकार देश के उद्योगपतियों का कर्ज माफ कर रही है, तो फिर सार्वजनिक क्षेत्र के उद्योगों को बेहतर स्थिति में लाने के लिए क्यों नहीं आर्थिक मदद कर रही है. श्री सिंह ने उक्त बातें सोमवार को एचइसी मुख्यालय के समक्ष कामगारों की आमसभा को संबोधित करते हुए कही. उन्होंने कहा कि हड़ताल से उत्पादन में कमी की भरपाई मजदूर अवकाश के दिन काम करके पूरा करेंगे. उन्होंने कहा कि सरकार की सार्वजनिक क्षेत्र विरोधी नीतियों के खिलाफ यह देशव्यापी हड़ताल होने जा रही है.
आर्थिक संकट के कारण सार्वजनिक क्षेत्र के उद्योगों के मजदूरों एवं कर्मचारियों के वेतन व सुविधाओं में बढ़ोतरी नहीं हो रही है, जबकि महंगाई आसमान छू रही है. उन्होंने कहा कि लंबे समय से एचइसी के मजदूरों के वेतन एवं अन्य सुविधाओं में भी बढ़ोतरी नहीं हो रही है. इसके बाद भी एचइसी के कर्मचारी कंपनी को बचाने के लिए अवकाश के दिन भी काम कर रहे हैं.
हड़ताल को लेकर प्लांटों में जनसंपर्क करेगा सीटू
रांची : आठ जनवरी को आहूत हड़ताल को सफल बनाने के लिए हटिया मजदूर यूनियन (सीटू) एचइसी के विभिन्न शॉपों में जनसंपर्क अभियान चलायेगी. यूनियन के अध्यक्ष भवन सिंह ने कहा कि जनसंपर्क अभियान में श्रमिकों को बताया जायेगा कि हड़ताल को सफल बनाने से ही न्यूनतम वेज तथा लेबर एक्ट सुरक्षित रहेगा. हड़ताल की सफलता ही एचइसी की सुरक्षा है. देश के मजदूरों के साथ चलने से ही मांगें पूरी होंगी.
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