रांची : पलामू प्रमंडल सहित राज्य के कई जिलों में आंगनबाड़ी कर्मियों को गत दो से छह माह का मानदेय नहीं मिला है. इस तरह करीब 73 हजार कर्मियों का मानदेय बकाया है.
गौरतलब है कि विरोध प्रदर्शन के बाद सरकार ने सेविकाअों (लघु आंगनबाड़ी) को 500 रुपये तथा सहायिका के मानदेय में 250 रुपये की वृद्धि की थी. वृद्धि संबंधी संकल्प एक नवंबर को जारी किया गया. इसी माह से वृद्धि लागू होनी है. इस तरह आंगनबाड़ी कर्मियों को अपने बकाया मानदेय के साथ-साथ मानदेय वृद्धि का एरियर मिलने का भी इंतजार है. गौरतलब है कि आंगनबाड़ी सेविका को अभी 5900 रुपये तथा लघु अांगनबाड़ी सेविका को 4200 रुपये तथा सहायिका को 2950 रुपये की दर से प्रति माह मानदेय मिलता है.
अब सेविकाअों को 500-500 रुपये तथा सहायिका को 250 रुपये अतिरिक्त मिलेंगे. इस तरह अब आंगनबाड़ी सेविका को 6400 रुपये, लघु आंगनबाड़ी सेविका को 4700 रुपये तथा सेविकाअों को 3200 रुपये प्रति माह मिलेंगे. गौरतलब है कि समेकित बाल विकास परियोजना के तहत सेविका व सहायिका को मानदेय भुगतान 60:40 की तर्ज पर होता है. यानी कुल मानदेय की 60 फीसदी राशि केंद्र सरकार तथा 40 फीसदी राशि राज्य सरकार देती है.
किसको कितना मानदेय
पद (संख्या) केंद्र से राज्य से राज्य मद से वृद्धि कुल
सेविका (35881) 4500 रु 1400 रु 500 रु 6400 रु
लघु आंगनबाड़ी सेविका (2551) 3500 रु 700 रु 500 रु 4700 रु
सहायिका (35881) 2250 रु 700 रु 250 रु 3200 रु
अांगनबाड़ी कर्मियों को प्रति माह समय पर मानदेय नहीं मिलना दुर्भाग्यपूर्ण है. आवंटन रहने के बावजूद जिला समाज कल्याण पदाधिकारियों के कारण अभी मानदेय बकाया है. हम सरकार से मांग करते हैं कि मानदेय में हुई वृद्धि भी शीघ्र उपलब्ध करायी जाये.
बाल मुकुंद सिन्हा, कार्यकारी अध्यक्ष, झारखंड राज्य आंगनबाड़ी वर्कर्स यूनियन