रांची : राज्य में भाजपा को सत्ता विरोधी लहर का सामना करना पड़ रहा है. रघुवर दास के नेतृत्व वाली सरकार के कुछ अप्रिय फैसलों के चलते भी यहां जनता का भाजपा से मोहभंग हुआ है.
उक्त बातें माकपा पोलित ब्यूरो सदस्य सह झारखंड प्रभारी वृंदा करात ने अपने तीन दिवसीय संताल दौरे के बाद रांची पहुंचने पर कही. वृंदा करात ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि झारखंड विधानसभा चुनाव में निष्पक्ष चुनाव को लेकर निर्वाचन आयोग पर सवाल खड़े हो रहे हैं, लेकिन आयोग मौन है. भाजपा द्वारा बड़े पैमाने पर सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग किया जा रहा है. उसके पास जनमत नहीं है, लिहाजा लोगों को पैसे और पावर का दम दिखाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार बनना असंभव है. तीन चरणों के चुनाव के बाद यह स्पष्ट हो चुका है कि भाजपा के खिलाफ सत्ता विरोधी लहर है.
चतरा में बच्चियों के साथ हुई घटना पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि यह सरकार हर मोर्चे पर विफल है. झारखंड अब कानून विहीन राज्य बन चुका है. यहां के लोगों की सुरक्षा खतरे में है. रघुवर सरकार को इस पर जवाब देने चाहिए. इस दौरान उन्होंने राहुल गांधी के बयान पर कहा कि उन्हें संवेदनशील विषयों पर इस तरह की बात नहीं कहनी चाहिए.
करात ने सिटीजनशिप अमेंडमेंट बिल का विरोध करते हुए इसे देश की धर्मनिरपेक्षता पर हमला बताया. उन्होंने कहा कि यह भाजपा की ध्रुवीकरण की राजनीति है.