21.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

रांची : रिम्स का शिशु विभाग वंशानुगत बीमारी के बारे में जानकारी देगा

रांची : रिम्स का शिशु विभाग नर्सिंग कॉलेज की छात्राओं व रिम्स में कार्यरत नर्सों को वंशानुगत बीमारी (जेनेटिक डिजीज) के बारे में जानकारी देगा. नर्सों को वंशानुगत बीमारी से पीड़ित बच्चों के देखभाल की जानकारी दी जायेगी. बताया जायेगा कि कौन-कौन सी वंशानुगत बीमारी में कैसे इलाज होता है और बच्चों की देखभाल कैसे […]

रांची : रिम्स का शिशु विभाग नर्सिंग कॉलेज की छात्राओं व रिम्स में कार्यरत नर्सों को वंशानुगत बीमारी (जेनेटिक डिजीज) के बारे में जानकारी देगा.
नर्सों को वंशानुगत बीमारी से पीड़ित बच्चों के देखभाल की जानकारी दी जायेगी. बताया जायेगा कि कौन-कौन सी वंशानुगत बीमारी में कैसे इलाज होता है और बच्चों की देखभाल कैसे करनी है. प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ अगले सप्ताह होगा, जिसकी शुरुआत शिशु विभाग के नर्सों को ट्रेनिंग देने से की जायेगी. इसके बाद नर्सिंग कॉलेज की छात्राओं को प्रशिक्षित किया जायेगा, क्याेंकि उनकी ड्यूटी वार्ड में लगती है.
शिशु विभाग के ओपीडी की मानें तो प्रत्येक सप्ताह ओपीडी में करीब 15 से 20 वंशानुगत बीमारी से पीड़ित बच्चे परामर्श के लिए आते हैं. मरीज को डॉक्टर वार्ड में भर्ती तो कर लेते हैं, लेकिन नर्सों को इलाज व देखभाल की सही जानकारी नहीं होने के कारण दिक्कत होती है. वंशानुगत बीमारी में जन्मजात हृदय, फेफड़ा, एनिमिया व सिकल सेल आदि शामिल है.
वंशानुगत बीमारी से पीड़ित बच्चे हर ओपीडी में मिलते हैं. वार्ड में हम उनको भर्ती भी करते हैं, लेकिन बीमारी व इलाज की सही जानकारी नर्सों को नहीं होती है. इस कारण उनका सही से देखभाल नहीं हाे पाती है. ऐसे में नर्सों काे प्रशिक्षण अगले सप्ताह से दिया जायेगा.
डॉ अमर वर्मा, शिशु रोग विशेषज्ञ, रिम्स

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें