गुमला : गुमला जिले के बसिया प्रखंड की किशोरी (13 वर्षीया) का रांची में पांच माह तक शारीरिक शोषण हो रहा था. मामले का खुलासा तब हुआ, जब पीड़िता भाग कर अपने गांव पहुंची.
किशोरी के परिजन व सीडब्ल्यूसी ने गुरुवार को गुमला के आहतू थाना में इस संबंध में मामला दर्ज कराया. पुलिस ने पीड़िता के बयान पर प्राथमिकी दर्ज की है, जिसमें बसिया निवासी दंपनी सुधीर सोरेंग व विनीता सोरेंग पर मानव तस्करी और रांची के कांटाटोली निवासी जाहिद पर दुष्कर्म का आरोप लगाया गया है.
पीड़िता के मुताबिक इसी साल फरवरी में सुधीर व विनीता उसे एक घर में रह कर पढ़ने का प्रलोभन देकर रांची ले आये. यहां कांटाटोली निवासी जाहिद के घर काम पर रखवा दिया.
चार माह तक सब कुछ ठीक रहा, लेकिन जुलाई में जाहिद ने दवा खिला कर उसके साथ दुष्कर्म किया. इसके बाद उसने कई बार दुष्कर्म किया. विरोध करने पर वह पिटाई करता था. गांव से जब परिजन मिलने आते थे, तो उन्हें मिलने नहीं दिया जाता था. किशोरी को घर में ही नजरबंद कर रखा जाता था.
अनजान परिवार ने की पीड़िता की मदद
तीन नवंबर की रात को किशोरी जाहिद के घर से भाग गयी. वह दूसरे के घर में जाकर छिप गयी. वहां रहनेवालों को आपबीती बतायी. उस अनजान परिवार ने लड़की के घर वालों को फोन कर सूचना भी दी.
चार नवंबर को परिजन रांची पहुंचे और किशोरी को गांव ले आये. यहां परिजन ने टोल फ्री नंबर 1098 पर फोन कर घटना की जानकारी दी. पांच नवंबर को सृजन फाउंडेशन चाइल्ड लाइन के को-ऑर्डिनेटर उपेंद्र कुमार सिंह लड़की के घर पहुंचे और पूरे मामले की जांच की. गुरुवार को पीड़िता अपने रिश्तेदारों के साथ गुमला पहुंची, जहां मामले को सीडब्ल्यूसी के हवाले कर दिया गया. सीडब्ल्यूसी की पहल पर आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी.