चुटिया निवासी गगन को जुलाई में भेजा गया था जेल
रांची : लूटपाट के केस में होटवार स्थित बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा में बंद गगन नायक (37 वर्ष) की मंगलवार को तबीयत खराब हो गयी थी. इसके बाद दिन के साढ़े 12 बजे जेल प्रबंधन ने इलाज के लिए उसे रिम्स भेजा था, लेकिन रास्ते में ही मौत हो गयी थी. इसकी पुष्टि रिम्स में जांच के बाद चिकित्सकों ने की थी.
इसके बाद बुधवार को गगन के शव का रिम्स में पोस्टमार्टम किया गया. इस दौरान रिम्स में और फिर जेल के बाहर उसके परिजनों ने हंगामा किया. गगन चुटिया थाना क्षेत्र के भट्टी टोला का निवासी था. उसे जुलाई 2019 में पुलिस ने गैर जमानतीय वारंट के आधार पर गिरफ्तार कर जेल भेजा था.
जानकारी के मुताबिक गगन की जमानत की प्रक्रिया पूरी हो गयी थी. जेल से बेल बांड भी कोर्ट चला गया था. संभावना थी कि बुधवार को जमानत पर रिहा होने का आदेश आ जाता, लेकिन इससे पहले ही उसकी मौत हो गयी. इधर, गगन की पत्नी शोभा देवी और परिजनों का कहना है कि कुछ दिनों पहले ही गगन से उनलोगों की जेल में बात हुई थी.
तब उसने किसी परेशानी का जिक्र नहीं किया था. मंगलवार को जेल प्रबंधन ने बताया कि रिम्स में इलाज के दौरान गगन की मौत हो गयी है. वहां से शव प्राप्त कर अंतिम संस्कार करें. ऐसा नहीं करने पर जेल प्रबंधन अंतिम संस्कार करायेगा. शोभा के अनुसार गगन के शरीर पर चोट के निशान थे. इससे साफ है कि उसके साथ जेल में मारपीट की गयी थी, जिससे मौत हुई. इसके लिए जेल प्रशासन जिम्मेदार है. हमें इंसाफ चाहिए, नहीं तो मैं दोनों बच्चे के साथ जेल के बाहर धरना दूंगी.
हार्ट अटैक के बाद भेजा गया था रिम्स : जेल अधीक्षक
जेल अधीक्षक अशोक चौधरी ने कहा कि गगन मंगलवार को सेल में अचानक गिर गया था. उसे सांस लेने में परेशानी हो रही थी. प्रारंभिक जांच में चिकित्सक ने बताया था कि उसे हार्ट अटैक आया है. उसे तत्काल रिम्स भेजा गया था. यह सारी चीजें सीसीटीवी में कैद है.
परिजनों को सीसीटीवी फुटेज दिखाने की बात कही गयी लेकिन उनलोगों ने फुटेज नहीं देखा. इधर, चिकित्सकों के अनुसार गगन को पहले से परेशानी थी. लगता है कि वह दवा नहीं लेता था, जिससे स्थिति बिगड़ गयी. वहीं, रिम्स में मेडिकल बोर्ड ने शव का पोस्टमार्टम किया. इसमें भी बीमारी से मौत की बात सामने आ रही है.