रांची : पारा शिक्षक हत्याकांड में उम्रकैद की सजा काट रहे झारखंड के पूर्व मंत्री और झारखंड पार्टी (झापा) के नेता एनोस एक्का जेल से बाहर आ गये हैं. पिछले दिनों हाइकोर्ट से जमानत मिलने के बाद मंगलवार को वह बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार से बाहर आये. जेल के बाहर एक्का के समर्थकों ने फूल-माला के साथ उनका स्वागत किया. इस बीच, खबर है कि एनोस एक्का आगामी विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं.
झारखंड हाइकोर्ट ने पिछले दिनों उन्हें सशर्त जमानत दी थी. जस्टिस एके गुप्ता और जस्टिस राजेश कुमार की पीठ ने एनोस एक्का को कोर्ट की अनुमति के बगैर झारखंड से बाहर नहीं जाने के निर्देश दिये थे. साथ ही कहा था कि एक्का को अपना पासपोर्ट जमा करवाने के लिए भी कहा था. इतना ही नहीं, हाइकोर्ट ने सख्त निर्देश दिया है कि एनोस एक्का किसी भी तरह से किसी भी गवाह को प्रभावित करने की कोशिश नहीं करेंगे.
पूर्व मंत्री को पारा शिक्षक मनोज कुमार की हत्या के मामले में सिमडेगा की निचली अदालत ने तीन जुलाई, 2018 को उम्रकैद की सजा सुनायी थी. एनोस एक्का पर वर्ष 2014 में सिमडेगा के पारा शिक्षक मनोज कुमार को उनके स्कूल से अगवा कर हत्या करने का आरोप है. इस मामले में पुलिस ने 26 नवंबर, 2014 की रात करीब डेढ़ बजे एनोस एक्का को उनके ठाकुरटोली आवास से गिरफ्तार किया था.
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पूर्व मंत्री एनोस एक्का पर आरोप है कि उनके पक्ष में चुनाव प्रचार नहीं करने पर उन्होंने पारा शिक्षक को धमकी दी थी. कहा जाता है कि बाद में एनोस एक्का ने उग्रवादियों की मदद से पारा शिक्षक को मौत के घाट उतार दिया. हत्या करने के बाद शव को स्कूल के पास ही फेंक दिया. इस मामले में पिछले साल उन्हें उम्रकैद की सजा सुनायी गयी, जिसके खिलाफ उन्होंने हाइकोर्ट में अपील की और उच्च न्यायालय से उन्हें सशर्त जमानत मिल गयी.