रांची : रिम्स परिसर के अंदर और बाहर की सूरत इन दिनों काफी बदली-बदली नजर आ रही है. इमरजेंसी और नवनिर्मित ट्रॉमा सेंटर में अनावश्यक भीड़ नहीं दिख रही है. इमरजेंसी के रास्ते में बैरिकेडिंग कर सैफ के जवानों को तैनात कर दिया गया है.
ये जवान उसी वाहन को अंदर जाने की अनुमति दे रहे हैं, जिसपर मरीज को लाया गया है. मुख्य द्वार से इमरजेंसी आने वाले रास्ते और हनुमान मंदिर के पास से आनेवाले रास्ते पर भी बैरिकेडिंग की गयी है.
ऐसा माना जा रहा है कि अस्पताल की व्यवस्था में यह बदलाव गत दिनों मुख्यमंत्री रघुवर दास के औचक निरीक्षण के बाद आया है. मुख्यमंत्री के आदेश का ही असर है कि अब इमरजेंसी वार्ड में एक मरीज के साथ एक ही परिजन को जाने दिया जा रहा है. इधर, इमरजेंसी के सामने कुर्सियों की संख्या बढ़ा दी गयी है. रिम्स के दवा केंद्र पर भी मरीज व उनके परिजन कतार में खड़े होकर दवा ले रहे हैं. इससे इमरजेंसी के पास अनावश्यक भीड़ नहीं लग रही है. हालांकि, वार्ड में अभी भी कुछ परिजन प्रवेश कर जा रहे हैं.
सैप के 98 और पुलिस के 20 जवान संभाल रहे व्यवस्था
रिम्स में सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए सैप व पुलिस के जवानों को तैनात किया गया है. सैप के 98 जवान अस्पताल परिसर व वार्ड में सेवा दे रहे हैं. वहीं, जिला पुलिस के भी 20 जवानों को नियुक्त किया गया है, जिसमें 11 इंस्पेक्टर व नौ सब इंस्पेक्टर शामिल हैं. सैप व पुलिस के जवान निजी सुरक्षा के साथ मिलकर व्यवस्था को सुधारने में लगे हुए हैं.