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झारखंड में 14.42 हजार से सवा लाख लीटर हो गया दूध संग्रह
झारखंड दुग्ध महासंघ का छठा स्थापना दिवस मनाया गया, किसानों को प्रति लीटर मिलेंगे 31.13 रुपये रांची : झारखंड दुग्ध महासंघ (जेएमएफ) के संचालन के लिए झारखंड सरकार ने नेशनल डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड (एनडीडीबी) के साथ वर्ष 2014 में करार (एमअोयू) किया था. शुरुआत में हर रोज 14.42 हजार लीटर दूध संग्रह होता था, जो […]
झारखंड दुग्ध महासंघ का छठा स्थापना दिवस मनाया गया, किसानों को प्रति लीटर मिलेंगे 31.13 रुपये
रांची : झारखंड दुग्ध महासंघ (जेएमएफ) के संचालन के लिए झारखंड सरकार ने नेशनल डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड (एनडीडीबी) के साथ वर्ष 2014 में करार (एमअोयू) किया था.
शुरुआत में हर रोज 14.42 हजार लीटर दूध संग्रह होता था, जो अब 1.25 लाख लीटर हो गया है. एनडीडीबी के उप महाप्रबंधक तथा जेएमएफ के प्रोक्योरमेंट (खरीद या संग्रह) का काम देख रहे जयदेव विश्वास ने यह जानकारी दी. वह महासंघ के छठे स्थापना दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे. होटवार स्थित डॉ रामदयाल मुंडा कला भवन के सभागार में इसका आयोजन किया गया था.
श्री विश्वास ने बताया कि वर्तमान में रांची, कोडरमा, लातेहार व देवघर में महासंघ से संबद्ध मेधा डेयरी का संचालन हो रहा है. वहीं साहेबगंज, सारठ व पलामू में नयी डेयरी बनाने का काम चल रहा है.
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि निदेशक गव्य डॉ कृष्ण मुरारी ने कहा कि डेयरी की प्रगति में ही किसानों की भी प्रगति है. महासंघ ने इसके परिवार की किसी भी गर्भवती महिला के लिए गर्भवती पोषण कार्यक्रम शुरू किया है, जिसके तहत गर्भवती महिला को प्रसव के दौरान खाने के लिए छह किलो घी दिया जाता है. उधर तीन चुनिंदा जिलों में स्कूली बच्चों को 200 मिली. स्कूल गिफ्ट मिल्क उपलब्ध कराया जा रहा है.
सहायक निदेशक गव्य मुकुल प्रसाद सिंह ने कहा कि देसी गाय के दूध में ए-2 ग्रुप वाला प्रोटीन पाया जाता है, जो स्वास्थ्य के लिए बेहतर होता है. इस दूध की कीमत अधिक होती है. इधर झारखंड में 95 फीसदी देसी नस्ल की गाय हैं. ऐसे में यह एक बड़ी संभावना है, जिससे किसानों को भी बहुत लाभ होगा. महासंघ दूध के एेसे वैल्यू एडिशन पर भी विचार कर सकता है. रामकृष्ण मिशन विवेकानंद विवि के प्रो दीपनारायण मुखर्जी ने भी विचार व्यक्त किये.
महासंघ के पदाधिकारियों ने किसानों को स्वच्छ दूध उत्पादन, चारा उत्पादन व मार्केटिंग संबंधी जानकारी दी. मौके पर सांस्कृतिक कार्यक्रम भी हुए तथा सर्वश्रेष्ठ बल्क मिल्क कूलर, दुग्ध संग्रह केंद्र, वितरक, नया वितरक व रिटेलर को सम्मानित किया गया. इस अवसर पर झारखंड मेधा डेयरी के प्रबंध निदेशक एसी सिन्हा, अमृतेश कुमार, सैकत सामंता, आभास अमर, उमाशंकर सिंह व सुधार कुमार सहित महासंघ से जुड़े किसान उपस्थित थे.
झारखंड दुग्ध महासंघ का पांच वर्षीय सफर
दूध उत्पादन : 14.42 हजार लीटर प्रतिदिन से 1.25 लाख लीटर
कारोबार : 20.50 करोड़ से 173.50 करोड़
दुग्ध संग्रह केंद्र : 160 से 562
महासंघ से जुड़े किसान : 1755 से 20553
बल्क मिल्क कूलर : एक से 80
दूध की कीमत प्रति लीटर दो रुपये बढ़ी
झारखंड दुग्ध महासंघ से जुड़े किसानों को उन्हें मिल रही दूध की कीमत में दो रुपये की वृद्धि की गयी है. पहले प्रति लीटर दर 29.13 रुपये थी, जो अब 31.13 रुपये होगी. मेधा डेयरी के प्रबंध निदेशक एसी सिन्हा ने स्थापना दिवस समारोह में इसकी घोषणा की. नयी दर एक जुलाई से लागू होगी. राज्य भर के 20,553 किसानों को इसका लाभ मिलेगा.
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