राजेश तिवारी
हिंदी के अलावा नागपुरी व स्थानीय भाषाओं में वीडियो जारी कर मतदाताओं को किया जा रहा है जागरूक
रांची : ‘कइसे वोट देबउ अबरी, समझे में नइ आ रवो,देख ना अभी तक पहचान पत्र अइबे नइ करले हऊ…. सुन ना 1950 में फोन करके पूछ ना टॉल फ्री नंबर हऊ, नौ अप्रैल तक लास्ट डेट हऊ फिर ओकर बाद कुछ नइ बन सक हऊ, जल्दी जाके बना ले, समझली ना…’ हिंदी ही नहीं, बल्कि लोगों को जागरूक करने के लिए इन दिनों नागपुरी व स्थानीय भाषाओं के वीडियाे खूब चल रहे हैं.
कई वीडियो चर्चित भी हो रहे हैं. जिसे प्रशासन ने भी अपना लिया है और ह्वाट्सएप के जरिये लोगों तक पहुंचाये जा रहे हैं. इस तरह के वीडियो लोगों तक इसलिए पहुंचाया जा रहा है, ताकि जिनका नाम वोटर लिस्ट में नहीं है, वे लोग निर्धारित समय से पहले अपना नाम मतदाता सूची में दर्ज करा लें. नौ अप्रैल तक मतदाता सूची में नाम दर्ज करने की तिथि निर्धारित है.
यह अंतिम मौका है. इसके बाद पोर्टल बंद कर दिया जायेगा. नागपुरी भाषा में वीडियो जारी करने को लेकर प्रशासन का उद्देश्य है कि जो गांव-देहात के लोग हैं वो हिंदी से ज्यादा अपनी लोकल भाषा को बेहतर समझते हैं. इन वीडियो को देख कर वैसे लोग जिनका नाम मतदाता सूची में नहीं है, वे संबंधित कार्यालय में जायें और अपना नाम जुड़वायें. इसके अलावा स्थानीय भाषा में पंपलेट व पोस्टर भी छपवाया गया है, जिसे जगह-जगह चिपका दिया गया है. ताकि, हर आने-जाने वाले लोगों की नजर इस पर पड़े. समाहरणालय परिसर में भी इसे चिपकाया गया है, क्योंकि, यहां गांव-देहात से लोग आते हैं.
उनकी नजर पोस्टर पर पड़ सके. हालांकि, पंपलेट व पोस्टर के जरिये लोगों को जागरूक करने का काम नया नहीं है. शहरी क्षेत्र में मतदाताओं का प्रतिशत बढ़े और एक भी मतदाता न छूटे की तर्ज पर लगातार अभियान चलाये जा रहे हैं. कॉलेजों, सरकारी व गैर सरकारी संस्थानों के अलावा स्वयंसेवी संस्थाओं में नियमित तौर पर जागरूकता अभियान चलाये जा रहे हैं.
गुमला :बैलगाड़ी से मतदाताओं को जागरूक कर रहे हैं महावीर साहू
गुमला (दुर्जय) : कभी बैलगाड़ी के जरिये मतदाताओं को जागरूक करने का काम किया जाता था. आज पूरी व्यवस्था हाइटेक हो गयी है. इस हाइटेक युग में बैलगाड़ी कहीं खो सी गयी है. लेकिन, गुमला जिले में लोकसभा चुनाव-2019 में बैलगाड़ी के माध्यम से मतदाताओं को जागरूक करने का काम किया जा रहा है. बैलगाड़ी का इस्तेमाल कोई और नहीं, बल्कि गुमला जिले के जाने-माने नागपुरी गायक महावीर साहू कर रहे हैं. जिन्हें चुनाव आयोग ने जिला का आइकॉन बनाया है.
वे मतदाताओं को जागरूक करने के लिए गांव-गांव में बैलगाड़ी से घूम रहे हैं. प्रशासन ने सिसई विधानसभा क्षेत्र के गांवों में महावीर साहू को मतदाता जागरूकता अभियान चलाने की जिम्मेवारी सौंपी है. गुमला जिले के नागफेनी निवासी महावीर साहू की पारंपरिक वेशभूषा में अपनी मंडली के साथ गांव-गांव बैलगाड़ी से पहुंच रहे हैं.
चाहे हाट-बाजार हो या कोई मेला. हर जगह वे बैलगाड़ी में थिरकते हुए लोगों को वोट करने की अपील करते नजर आ जाते हैं. मतदाताओं को जागरूक करने को उनका मुख्य उद्देश्य जिले में मतदाताओं का वोट प्रतिशत बढ़ाना.
