कोडरमा: झुमरीतिलैया में सोमवार देर रात एक ही परिवार के चार लोगों ने जहर खा लिया. इससे दो बहन व एक भाई की मौत हो गयी, जबकि मां की हालत गंभीर है. बेहतर इलाज के लिए उसे रांची रेफर किया गया है.
पूरा परिवार बड़ी बेटी अलका को ससुराल वालों द्वारा दहेज के लिए प्रताड़ित करने व उसे मायके भेज देने के कारण परेशान था. अलका ने 25 दिन पहले ही एक बच्ची को जन्म दिया है. इस मामले में तिलैया पुलिस ने लड़की के ससुरालवालों पर नामजद प्राथमिकी दर्ज की है.
पूर्णिमा टॉकिज के पीछे स्थित मोहल्ले में रहनेवाले जगरनाथ प्रसाद की पत्नी सुलोचना देवी(46), बड़ी बेटी अलका देवी (30) पति अमरजीत, छोटी बेटी अंकिता उर्फ शिल्पी कुमारी (22) व पुत्र विनीत कुमार (28) सभी घर पर थे. जगरनाथ प्रसाद की मानें तो दुकान से आने के बाद वह दिन का खाना खा कर सो गये. घरवालों ने बाहर होटल से खाना मंगवाया था. खाना खाने के बाद बेटा बाथरूम गया और गिर पड़ा. उसने अपने दोस्त रितेश को बुलाने को कहा. जब तक उसे बुलाया जाता, घर के अन्य सदस्य भी उल्टी करने लगे. सभी को सदर अस्पताल लाया गया. यहां डॉक्टर ने शिल्पी व विनीत को मृत घोषित कर दिया. जबकि अलका व सुलोचना देवी को रांची रेफर किया गया. रास्ते में ही अलका की मौत हो गयी. जगरनाथ का बड़ा पुत्र नवनीत कुमार पिछले चार साल से लापता है.
जगरनाथ प्रसाद के बयान पर पुलिस ने अलका के मल्लाह चक जहानाबाद निवासी ससुराल वालों पर मामला दर्ज किया है. इसमें कहा गया है कि अलका की शादी 25 मई 2013 को हुई थी. दिसंबर में दामाद ने अलका को डौभी ला कर छोड़ दिया था. तब से वह यहीं थी. इसके बावजूद दामाद व अन्य मोबाइल फोन पर दहेज की मांग करते थे. इसके अलावा भी कई चीजों को लेकर प्रताड़ित किया जा रहा था. बीती रात को भी वहां से फोन आया था. इसके बाद ही सभी ने जहर खाकर जान दे दी. पुलिस ने अलका के पति अमरजीत बरहपुरिया पिता स्व. मानिकचंद, भैसुर राजेश, उसकी पत्नी संगीता देवी, ननद ममता कुमारी, रेखा देवी, सास लक्ष्मी देवी पर मामला दर्ज किया है. इसमें यह भी कहा गया है कि अलका को उसका भैसुर अवैध संबंध बनाने के लिए भी परेशान करता था.