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रांची : बुधवार शाम साढ़े छह बजे साधना के दफ्तर में चली थी गोली, हत्या के बाद डीवीआर गायब करने पर भी पुलिस को संदेह
पूछताछ में बिल्डिंग के गार्ड ने पुलिस को दी जानकारी रांची : पुलिस के अनुसार दोनों भाई (महेंद्र अग्रवाल और हेमंत अग्रवाल) पैसा लेने के लिए बुधवार को दिन के चार बजे लालपुर थाना क्षेत्र स्थित घर से निकले थे. वहीं हिरासत में लिए गये एक गार्ड ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि उसने […]
पूछताछ में बिल्डिंग के गार्ड ने पुलिस को दी जानकारी
रांची : पुलिस के अनुसार दोनों भाई (महेंद्र अग्रवाल और हेमंत अग्रवाल) पैसा लेने के लिए बुधवार को दिन के चार बजे लालपुर थाना क्षेत्र स्थित घर से निकले थे. वहीं हिरासत में लिए गये एक गार्ड ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि उसने बुधवार की शाम करीब 6:30 बजे साधना न्यूज चैनल के दफ्तर में फायरिंग की आवाज सुनी थी.
लेकिन उस वक्त उसने इसकी जानकारी पुलिस को नहीं दी थी. गार्ड ने यह भी बताया कि वह घटना के बाद घबरा गया था. इस वजह से वह लोकेश चौधरी और अन्य लोगों के निकलने के बाद वहां से चला गया था. पुलिस को जांच के दौरान इस बात की जानकारी मिली है कि पैसे कहीं हवाला के जरिये तो लोकेश चौधरी के पास नहीं आये थे, जिसे लेने दोनों भाई आये थे.
इस बात की सच्चाई पता करने का प्रयास भी पुलिस कर रही है. पुलिस को आरंभिक जांच में पांच लाख रुपये बकाया होने के जानकारी मिली है. हालांकि कुछ पुलिस अधिकारियों का कहना है कि यह रकम बाद में बढ़ भी सकती है. वहीं न्यूज चैनल के दफ्तर के बाहर लगे सीसीटीवी का डीवीआर भी गायब है. इसलिए पुलिस को आशंका है कि हत्या करनेवालों ने डीवीआर को गायब किया है.
दो थानों की पुलिस करती रही तलाश
व्यवसायी महेंद्र अग्रवाल और हेमंत अग्रवाल के लापता होने की सूचना उनके परिजनों ने लालपुर थाना की पुलिस को बुधवार रात 10 बजे के बाद दी थी.
परिजनों की शिकायत पर मामला भी दर्ज किया गया था. परिजनों ने जब दोनों का नंबर पुलिस को उपलब्ध कराया तो उनके मोबाइल का अंतिम लोकेशन डिबडीह और अशोक नगर का आया. लालपुर पुलिस ने मामले की जानकारी अरगोड़ा पुलिस को दी. इसके बाद दोनों थानाें की पुलिस बुधवार की देर रात से लेकर गुरुवार की सुबह करीब तीन बजे तक दोनों व्यवसायी को तलाशती रही.
बुधवार दोपहर तीन बजे महेंद्र को आया था किसी का फोन, इसके बाद संपर्क नहीं हो पाया
धनबाद : रांची में धनबाद के रहनेवाले दो सगे भाई महेंद्र अग्रवाल व हेमंत अग्रवाल की हत्या की सूचना मिलने पर बैंक मोड़ शास्त्री नगर के बालाजी इंक्लेव अपार्टमेंट के 201 नंबर स्थित उनके आवास पर भी लोगों का आना-जाना लगा रहा. महेंद्र अग्रवाल के ससुर पाथरडीह निवासी हजारीप्रसाद अग्रवाल ने बताया कि उनकी बेटी बरखा अग्रवाल ने उन्हें बुधवार को फोन करके दोनों भाइयों के लापता होने की सूचना दी थी. तीन बजे महेंद्र अग्रवाल को किसी का फोन आया था. इस सूचना पर वह निकले थे. इसके बाद उनसे संपर्क नहीं हाे पाया.
राजकमल स्कूल के थे छात्र
हेमंत और महेंद्र अग्रवाल दोनों राजकमल स्कूल के छात्र थे. उसके बाद इन लोगों ने झरिया आरएसपी कॉलेज से पढ़ाई की. इनका बड़ा भाई शेखर अग्रवाल एकाउंटेट का काम करता है. 9 वर्ष पूर्व ये लोग झरिया पोद्दार पाड़ा से बैंक मोड़ शिफ्ट हुए थे. इनके पिता ओमप्रकाश अग्रवाल कोल कारोबारी परमेश्वर अग्रवाल के यहां एकाउंटेट थे. माता कृष्णा अग्रवाल गृहिणी थीं. छह वर्ष पूर्व दोनों भाई रांची शिफ्ट हुए थे. हत्या की सूचना मिलने पर शेखर और पिता ओमप्रकाश अग्रवाल रांची आ गये हैं.
शरीर के कई िहस्सों में मारी गयी गोली
इधर, पुलिस सूत्रों के अनुसार घटनास्थल से .315 बोर की गोली का खोखा मिला है. जिससे इस बात की आशंका है कि गोली राइफल से मारी गयी होगी. गोली सिर, कनपट्टी सहित शरीर के अन्य हिस्सों में मारी गयी है. दोनों सूद पर पैसा लगाने और सोना के कारोबार से भी जुड़े हुए थे.
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