रांची : झारखंड में यूपीए महागठबंधन में घटक दलों के बीच सीट बंटवारे को लेकर अब तक तकरार जारी है़ नयी दिल्ली मेंकांग्रेस-झामुमो के बीच तय महागठबंधन का फार्मूला झाविमो-राजद को मंजूर नहीं है़ झाविमो गोड्डा और राजद पलामू लोकसभा सीट को लेकर अड़ा है.
इन दोनों ही सीटों पर झाविमो-राजद अपनी दावेदारी छोड़ने के लिए तैयार नहीं हैं. झाविमो अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी व राजद की प्रदेश अध्यक्ष अन्नपूर्णा देवी ने दो टूक कहा है कि ऐसे में महागठबंधन का कोई मतलब नहीं है़ दलों की जमीनी ताकत और प्रत्याशी की जीत की संभावना को देख कर ही समझौता होना चाहिए़
इसके लिए सर्वे की जरूरत है, तो करा ले़ं भाजपा को रोकने के लिए गठबंधन बनना चाहिए, नेताओं को चुनाव लड़ाने के लिए नही़ं इधर, कांग्रेस के केंद्रीय व प्रदेश के नेता क्राइसिस मैनेजमेंट में जुटे हैं. गुरुवार की देर रात कांग्रेस के आला नेता अहमद पटेल ने झाविमो अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी से बात की. श्री पटेल ने बाबूलाल से कहा कि सभी को एकजुट हो कर चुनाव लड़ना चाहिए.
कोई असहमति है, तो बातचीत से समाधान निकाला जाये. इस बीच कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी आरपीएन सिंह और प्रदेश अध्यक्ष डॉ अजय कुमार ने फोन कर श्री मरांडी को मनाने का प्रयास किया है.
कांग्रेस प्रभारी श्री सिंह ने कहा है कि अभी केवल एक खाका तैयार हुआ है. सीट टू सीट बात नहीं हुई है. वहीं, शुक्रवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय श्री मरांडी से मिलने पहुंचे. दोनों नेताओं के बीच लंबी बातचीत हुई. श्री मरांडी ने उन्हें कहा कि कांग्रेस-झाविमो मिल कर फुरकान अंसारी को राज्यसभा भेजने का प्रयास करे.
बातचीत से मसला को सुलझाया जाये. उधर, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डॉ अजय ने राजद प्रदेश अध्यक्ष अन्नपूर्णा देवी से भी बातचीत कर रास्ता निकालने का प्रयास किया है. कांग्रेस नेताओं ने प्रदेश के राजद नेताओं के साथ बात कर राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद से भी संपर्क साधा है. पूरे मामले में राजद नेता श्री प्रसाद को हस्तक्षेप करने के लिए आग्रह किया गया है.
अन्नपूर्णा ने बाबूलाल से की बात, संभावनाओं पर चर्चा :\
राजद की प्रदेश अध्यक्ष अन्नपूर्णा देवी ने शुक्रवार को झाविमो अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी से बात की है. दोनों ही नेताओं के बीच महागठबंधन को लेकर चर्चा हुई. दोनाें इस बात से सहमत थे कि एक-एक सीट पर संभावनाओं को देखते हुए टिकट बंटे. जिसकी जहां, ताकत है, उसे मौका मिलना चाहिए. महागठबंधन तभी सफल होगा, जब व्यावहारिक समझौता होगा.
क्राइसिस मैनेजमेंट में जुटी कांग्रेस : आरपीएन सिंह, डॉ अजय ने बाबूलाल से की बात
झाविमो-राजद ने कहा
दलों की जमीनी ताकत और प्रत्याशी की जीत की संभावना को देख कर ही सीटों पर समझौता होना चाहिए़ यदि सर्वे की जरूरत है, तो करा ले़ं
मरांडी से अन्नपूर्णा ने की बात, संभावनाओं पर चर्चा
झाविमो अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा कि गठबंधन भाजपा को रोकने के लिए बना रहे हैं. हर हाल में भाजपा को रोकना है. ऐसे में व्यक्ति को केंद्र में रख कर सीट बंटवारा सही नहीं है. नेताओं को खुश करने के लिए गठबंधन होगा, तो यूपीए के नेता भी खुश रहेंगे, उधर नरेंद्र मोदी भी खुश रहेंगे? किसी भी सूरत में तब भाजपा को नहीं रोक पायेंगे.
श्री मरांडी ने कहा कि संख्या पर नहीं, संभावना पर बात हो. गोड्डा में हमारी तैयारी और ताकत दोनों है. हमने वहां काम किया है. फुरकान अंसारी को राज्यसभा भेजा जा सकता है. लोकसभा तो पांच वर्षों के लिए होता है, वह छह वर्षों के लिए चुने जायेंगे. हिंग लगेगा ना फिटकरी, रंग चोखा होगा. इसमें कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए. कौन कहां से जीत सकता है, इसका सर्वे करा लेना चाहिए. हम इसके लिए तैयार हैं. हम हवा में दावेदारी नहीं कर रहे हैं. 2014 में भी यूपीए का गठबंधन बना था, हम अकेले लड़े थे. हाल सबके सामने है. वोट का बिखराव नहीं रोकेंगे, तो भाजपा को रोकना मुश्किल होगा.
त्याग दिखाएं प्रदीप यादव पार्टी हित में काम करें : बंधु
गोड्डा सीट को लेकर झाविमो के अंदर ही विवाद हो गया है़ झाविमो महासचिव बंधु तिर्की ने गोड्डा सीट से दावेदार और पार्टी विधायक प्रदीप यादव के खिलाफ ही मोर्चा खोल दिया है़ बंधु ने कहा : राजा के लिए बकरे की बली होती है, बकरे के लिए राजा की नहीं होती है़ प्रदीप यादव जी को त्याग दिखाना चाहिए़ बाबूलाल का चुनाव जीतना राज्य के लिए जरूरी है़ वह सर्वमान्य नेता है़ं पूरी पार्टी का सवाल है़ पार्टी के नेता चुनाव नहीं लड़ेंगे, तो साख नहीं बचेगी़ व्यक्तिगत हित की बात नहीं होनी चाहिए़
प्रदीप यादव को राज्यहित व पार्टी हित में काम करना चाहिए़ उन्हाेंने कहा कि गोड्डा से कांग्रेस दूसरे स्थान पर रही है़ ऐसे में कांग्रेस का स्वाभाविक दावा है़ कांग्रेस पर छोड़ देना चाहिए कि वह किसे चुनाव लड़ायेगी़ झाविमो नेता ने कहा कि चुनाव नहीं लड़ने की बात बाबूलाल का व्यक्तिगत निर्णय हो सकता है, लेकिन पार्टी कार्यकर्ताओं की भावना है कि बाबूलाल चुनाव लड़े़ं