इस वर्ष जुलाई माह तक 24 नक्सली मारे गये, 278 हुए गिरफ्तार : डीजीपी
रांची : पुलिस मुख्यालय में स्वतंत्रता दिवस के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में डीजीपी डीके पांडेय ने कहा कि झारखंड पुलिस आम लोगों की संरक्षा, सुरक्षा एवं समाज में सम्मान के साथ जीने की परिस्थितियां पैदा करने के साथ राज्य में विकास को निरंतर आगे बढ़ाने की ओर अग्रसर है.
यहां पर निवेश के लिए अनुकूल वातावरण बनाये रखने में अपना पूर्ण सहयोग प्रदान करने के लिये कटिबद्ध है. झारखंड पुलिस ने अपराधियों के विरुद्ध लगातार कार्रवाई कर अंकुश लगाने व उग्रवादी गतिविधियों को जड़ से उखाड़ फेंकने का लक्ष्य रखा है.
राज्य में नक्सलियों की गतिविधि में कमी आयी है. वर्ष 2018 में जुलाई माह तक 39 पुलिस मुठभेड़ों में 24 नक्सली मारे गये, जबकि 278 नक्सली गिरफ्तार किये गये हैं. आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति के तहत अब तक कुल 177 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है. इस मौके पर उन्होंने झंडोत्तोलन भी किया.
डीजीपी ने कहा कि झारखंड पुलिस को अत्याधुनिक बनाने के क्रम में राज्य के 436 थानों को क्राइम एंड क्रिमिनल ट्रैकिंग नेटवर्किंग सिस्टम (सीसीटीएनएस) से जोड़ दिया गया है. इसके जरिये अब तक कुल 20,689 मामले प्राप्त हुए हैं.
इनमें से 18,034 का निबटारा किया गया है. साइबर अपराध पर नियंत्रण के उद्देश्य से सभी जिलों में साइबर सेल का गठन किया गया है. तेलंगाना पुलिस की तर्ज पर झारखंड में भी विशेष आसूचना ब्यूरो (एसआइबी) का गठन किया गया है.
सड़क सुरक्षा सुदृढ़ करने तथा अपराध एवं विधि-व्यवस्था में सुधार के लिए 161 पीसीआर वाहन तथा 152 हाइवे पेट्रोलिंग वाहन राज्य के विभिन्न जिलों में क्रियाशील हैं. इस वर्ष रिक्तियों के विरुद्ध कुल 9,929 पदों पर नियुक्तियां की जा चुकी हैं. 4,974 पदों पर नियुक्तियों की प्रक्रिया जारी है. ट्रैफिक सुधार कार्यक्रम के तहत ई-चालान की शुरुआत की जा चुकी है.
यातायात नियंत्रण के लिए कुल 170 निर्धारित चौक-चौराहों पर 654 कैमरे लगाये गये हैं. डीजीपी ने आरक्षी से लेकर इंस्पेक्टर रैंक के उन 12 अफसरों को बधाई दी, जिन्हें बेहतर कार्य के लिए राष्ट्रपति सराहनीय सेवा पदक मिला है. मौके पर पुलिस मुख्यालय के कई अधिकारी मौजूद थे.