रांची : सांसद कड़िया मुंडा अभी दिल्ली में हैं. उनके परिवार के किसी सदस्य की तबीयत खराब है. इस कारण वह तीन-चार दिनों के बाद रांची आयेंगे. व्यवस्था से नाराज श्री मुंडा ने कहा कि फुंसी को फोड़ा बनने देंगे तो यही हाल होगा. घटना को लेकर मुख्यमंत्री से बात करने का कोई मतलब नहीं है. वह भी डीजीपी और गृह सचिव को ही बोलते थे. इस कारण खुद डीजीपी और गृह सचिव से बात कर कार्रवाई करने को कहा है. यह पूछे जाने पर कि घटना के पीछे क्या कारण लगता है? इस पर कहा कि सरकार ने देर से एक्शन लिया है. अगर यही रुख अख्तियार करना था तो फुंसी को फोड़ा क्यों बनने दिया. इसे शुरू में ही दबाना था.
इस मामले में मुख्यमंत्री का स्टैंड भी क्लियर नहीं है. एक बार पहले कह चुके हैं कि पत्थलगड़ी यहां की सांस्कृतिक परंपरा है. अब इसे गलत क्यों कहा जा रहा है. ऐसा करने वालों पर कार्रवाई की बात क्यों हो रही है.
सरकार की दोहरी नीति के कारण राज्य की स्थिति बदल गयी है. श्री मुंडा ने कहा कि राज्य गठन के समय केवल चार जिलों में ही नक्सल की समस्या थी. आज यह पूरे राज्य में फैल गयी. ऐसा क्यों हुआ, इस पर क्यों नहीं सोच रहे हैं. यहां तो सबकी सरकारें रही है. सबसे अधिक हमारी सरकार रही है. इससे लगता है कि हमारी नीतियों में कहीं कमी थी. इस कारण लोगों का विश्वास हम नहीं जीत पाये हैं.