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रांची : जगन्नाथपुर थाने के हाजत में पति ने सिर पटक कर दे दी जान, जानें पूरा मामला
रांची/ हटिया : शराब के लिए पैसा नहीं देने पर पत्नी पर हमला करने के आरोप में पकड़े गये 30 वर्षीय सुनील कच्छप ने रविवार को जगन्नाथपुर थाना की हाजत में दीवार पर सिर पट कर जान दे दी. वह जगन्नाथपुर क्षेत्र के कचनार टोली का रहनेवाला था. हालांकि पुलिस गंभीर हालत में उसे इलाज […]
रांची/ हटिया : शराब के लिए पैसा नहीं देने पर पत्नी पर हमला करने के आरोप में पकड़े गये 30 वर्षीय सुनील कच्छप ने रविवार को जगन्नाथपुर थाना की हाजत में दीवार पर सिर पट कर जान दे दी. वह जगन्नाथपुर क्षेत्र के कचनार टोली का रहनेवाला था.
हालांकि पुलिस गंभीर हालत में उसे इलाज के लिए रिम्स ले गयी. जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया. जानकारी मिलने के बाद सुनील की पत्नी और मां सहित अन्य लोग थाना पहुंचे. वहीं सिटी एसपी अमन कुमार और हटिया डीएसपी विकास पांडेय भी जांच करने पहुंचे.
पुलिस ने थाना परिसर में लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच की. साथ ही बगल के हाजत में बंद एक व्यक्ति से पूछताछ की. पता चला कि दीवार पर सिर पटकने से सुनील बेहोश होकर नीचे गिर गया था. पुलिस अधिकारियों के अनुसार हिरासत में उसकी मौत को लेकर अलग से केस दर्ज किया जायेगा.
क्या है मामला
जानकारी के अनुसार सुनील ने पत्नी सुमी कच्छप से 14 जून को शराब पीने लिए पैसा मांगा था. उसने पैसा देने से मना किया तो ईंट से उसका सिर फोड़ दिया. उसे सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया था. इसके बाद सुमी ने 15 जून को जगन्नाथपुर थाना में आवेदन दिया था सुनील ने ईंट से उसका सिर फोड़ दिया है. पीसीआर–16 की पुलिस ने उसी शाम 6 बजे सुनील को पकड़ा और थाना ले जा कर हाजत में बंद कर दिया.
इधर, पुलिस अधिकारियों के अनुसार मामला पारिवारिक विवाद का था. इसलिए सुनील के घरवालों ने उसे थाना में रखने के लिए अनुरोध किया था, ताकि वह दोबारा शराब पीकर पत्नी या परिवार के किसी दूसरे सदस्य पर हमला न करे. 17 जून को सुबह सुमी अपनी मां आशा मिंज एवं बहनोई मनोज कच्छप के साथ सुबह 10 बजे थाना पहुंची और कहा कि इसको जेल क्यों नहीं भेज रहे हैं.
उसके बाद सभी कचनार टोली स्थित घर आ रहे थे तभी थाना से फोन आया की सुनील की तबीयत खराब हो गयी है. जब हमलोग थाना पहुंचे तो सुनील को हाजत से बाहर निकाल कर रखा गया था. थाना प्रभारी ने बताया की सुनील ने हाजत में ही सिर पटक कर आत्महत्या कर ली है. इसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए रिम्स भेज दिया गया. इसके बाद सुमी की लिखित शिकायत पर उसके पति के खिलाफ मारपीट का केस दर्ज किया गया.
सुरक्षा पर उठ रहे सवाल
इधर, मनोज कच्छप का कहना है कि सुबह 10 बजे हमलोग थाना पहुंचे थे. दो बजे तक सुनील ठीक था. थाना प्रभारी को हमलोगों ने सुबह ही कहा था कि जेल भेज दीजिए. लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया.
आशा मिंज का भी कहना है दोपहर 2 बजे तक तो सुनील ठीक से बात कर रहा था, अचानक ये सब कैसे हो गया. वहीं वार्ड 51 की पार्षद सविता लिंडा ने घटना की निंदा करते हुए कहा कि थाना प्रभारी पर हत्या का मामला पर दर्ज करते हुए तुरंत निलंबित करना चाहिए. क्योंकि जब सुमी ने 15 जून को लिखित आवेदन दिया था तो तीन दिनों तक पुलिस ने सुनील को हाजत में क्यों रखा. पुलिस ने 17 जून को सुमी की शिकायत पर प्राथमिकी क्यों दर्ज की.
मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में मेडिकल बोर्ड द्वारा पोस्टमार्टम कराया गया है. मामले में अगर मजिस्ट्रेट चाहें तो वे घटना स्थल की एफएसएल से या खुद जाकर जांच कर सकते हैं. मामले में पुलिस की लापरवाही की बात सामने नहीं आयी है. थाना में लगे सीसीटीवी कैमरे की जांच करने से स्पष्ट है कि मृतक ने दीवार पर सिर पटका है. जिससे चोट लगने से वह गिर गया. होमगार्ड के जवान से घटना की जानकारी मिलने पर उसे इलाज के लिए रिम्स ले जाया गया. जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
सिटी एसपी, अमन कुमार, रांची
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