रांची : राज्यसभा सदस्य महेश पोद्दार ने ट्विट कर कहा है कि पीटीपीएस के फेल होने के बाद भी कुछ लोग इसे जबरन चलाने पर आमादा थे. इस पर मुख्यमंत्री ने बड़ा निर्णय लिया और इसे एनटीपीसी को सौंपा. अब जेबीवीएनएल भी संभल नहीं रहा है, कठोर निर्णय लेना होगा.
स्थायी समाधान करना होगा. चर्चा है कि जिस तरह एक गिरोह पीटीपीएस को अनप्रोडक्टिव होने के बाद भी बंद नहीं होने दे रहा था, उसी तरह का गिरोह बिजली बोर्ड की सभी कंपनियों में काम कर रहा है. यह गिरोह न कुछ बेहतर होने दे रहा है, न ही कोई बदलाव होने देता है. मुख्यमंत्री को बोल्ड स्टेप लेना होगा. उन्होंने कहा है कि अर्जुन मुंडा ने अपने मुख्यमंत्रित्वकाल में झारखंड में बेहतर बिजली व्यवस्था के लिए निजी क्षेत्र को मौका देने का निर्णय लिया.
हेमंत सोरेन की सरकार ने इस फैसला को पलट दिया. अब भी उस निर्णय को लागू किया जा सकता है. पहल करने का यह सही वक्त है. श्री पोद्दार ने कहा कि बिजली की समस्या पिछले कुछ दिनों से गंभीर हुई है. पानी का संकट तो लंबे समय से है. बरसात में भी हालात खराब ही रहेंगे. सड़क, सफाई, सजावट आदि अच्छे काम को भी जल समस्या धो देगी. इसका खतरा है.
