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जेएसएलपीएस खर्च नहीं कर रहा है विभाग का पैसा : कृषि मंत्री
मंत्री ने खरीफ कार्यशाला में बढ़ाया अधिकारियों का हौसला रांची : कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता विभाग के मंत्री रणधीर कुमार सिंह ने कहा है कि विभाग ने करीब 100 करोड़ रुपये झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी (जेएसएलपीएस) को दिया है. यह पैसा खर्च नहीं हो रहा है. विभागीय अधिकारियों को इसकी समीक्षा करने का निर्देश […]
मंत्री ने खरीफ कार्यशाला में बढ़ाया अधिकारियों का हौसला
रांची : कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता विभाग के मंत्री रणधीर कुमार सिंह ने कहा है कि विभाग ने करीब 100 करोड़ रुपये झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी (जेएसएलपीएस) को दिया है. यह पैसा खर्च नहीं हो रहा है. विभागीय अधिकारियों को इसकी समीक्षा करने का निर्देश दिया गया है.
पैसा खर्च नहीं होने से स्कीमों का लाभ किसानों को नहीं मिलेगा. अगली बार से विभाग खुद सखी मंडल के माध्यम से इन पैसों को खर्च करने की कोशिश करेगा. श्री सिंह मंगलवार को धुर्वा स्थित गव्य विकास विभाग के सभागार में खरीफ कार्यशाला-2018 में बोल रहे थे. उन्होंने अधिकारियों से कहा कि मन लगाकर काम करें. काम के दौरान जानबूझ कर गलती नहीं करें. जानबूझ कर गलती नहीं होगी, तो कार्रवाई होने से हम बचायेंगे. विभाग आपस में तालमेल बनाकर किसानों को ज्यादा से ज्यादा फायदा पहुंचायें.
संताल में पहले उपलब्ध करायें बीज
राज्य के सहकारिता विभाग के निबंधक विजय कुमार सिंह ने कहा है कि संताल परगना में मॉनसून की बारिश करीब 15 दिन पहले शुरू हो जाती है. वहां तय समय से पहले खरीफ में बीज उपलब्ध कराये जाने पर वितरण में आसानी होगी. अब राज्य के सारे पंचायतों में पैक्स और लैंपस का गठन हो गया है. इसका फायदा किसानों को मिलेगा.
पावर टीलर की जगह आटा चक्की व तेल निकालने की मशीन देने की सलाह दी
श्री सिंह ने कहा कि कई स्थानों पर महिलाओं की एसएचजी ने पावर टीलर लेने से इनकार कर दिया है. वह इसकी उपयोगिता पर सवाल उठा रही है. इसके स्थान पर सरकार आटा चक्की और तेल निकालने की मशीन देने की योजना तैयार करेगी.
विभाग निर्देश दे, हम बीज उपलब्ध कराने को तैयार
बीएयू के कुलपति डॉ पी कौशल ने कहा कि विश्वविद्यालय राज्य की बीज की हर जरूरत को पूरा करने के लिए तैयार है. विभाग हमें निर्देश दे कि कितना बीज तैयार करना है, हम तैयार कर देंगे. विश्वविद्यालय आधार बीज उपलब्ध कराने में सक्षम है. इसके लिए निचले स्तर से योजना तैयार करने की जरूरत है. अभी हमारे पास जितनी बीज है, उतना भी सरकार नहीं ले रही है.
सिंगल विंडो सेंटर का परफॉरमेंस रिपोर्ट तैयार करें
कृषि निदेशक गोरख रमेश घोलप ने कहा कि सिंगल विंडो सेंटर की रिपोर्ट तैयार करने की जरूरत है. यह समझना होगा कि जिस उद्देश्य से सेंटर की स्थापना हुई थी, वह पूरी हो रही है या नहीं. इससे सेंटर के संचालन में सुविधा होगी.
20 से 29 जून तक प्रखंड स्तर पर कृषि चौपाल का आयोजन हो रहा है. इसमें सभी विभागों को टीम वर्क के रूप में काम करना है. कार्यक्रम का संचालन उप निदेशक सामान्य मुकेश कुमार तथा धन्यवाद ज्ञापन भूमि संरक्षण निदेशक एफएन त्रिपाठी ने किया.
मौके पर गव्य निदेशक कृष्ण मुरारी, समेति निदेशक सुभाष कुमार सिंह, उद्यान निदेशक विजय कुमार, राष्ट्रीय उद्यान मिशन निदेशक राजीव कुमार, उप निदेशक विकास कुमार, डॉ डीएन सिंह, डॉ जेडए हैदर, डॉ आरपी सिंह आदि मौजूद थे.
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