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राजधानी के अधिकतर होटलों और क्लबों में नहीं हो रहा सुरक्षा के मानकों का पालन
मुंबई के पब में आग लगने की घटना के बाद जिला प्रशासन सतर्क, दिया जांच का आदेश मुंबई की एक पब में आग लगने की घटना के बाद रांची जिला प्रशासन भी पूरी तरह सतर्क हो गया है. उपायुक्त मनोज कुमार ने राजधानी के होटलों, क्लबों और बार में सुरक्षा मानकों की जांच का आदेश […]
मुंबई के पब में आग लगने की घटना के बाद जिला प्रशासन सतर्क, दिया जांच का आदेश
मुंबई की एक पब में आग लगने की घटना के बाद रांची जिला प्रशासन भी पूरी तरह सतर्क हो गया है. उपायुक्त मनोज कुमार ने राजधानी के होटलों, क्लबों और बार में सुरक्षा मानकों की जांच का आदेश दिया है.
टीम ने रविवार से ही जांच शुरू कर दी है. पहले दिन टीम ने शहर के लगभग 40 से अधिक होटलों व क्लबों का निरीक्षण किया, जिसमें पाया गया कि अधिकतर होटलों और क्लबों में सुरक्षा के मानकों का पालन नहीं हो रहा है. जांच के दौरान अधिकारियों ने संचालकों को होटलों व क्लबों में सुरक्षा के तय मानकों को 24 घंटों के अंदर दुरुस्त करने का निर्देश दिया है.
रांची : उपायुक्त ने शहर के होटलों, क्लबों और बार की जांच के लिए पांच टीमें बनायी गयी हैं. जांच टीम में मजिस्ट्रेट, डीएसपी स्तर के पुलिस अधिकारी, अग्निशमन और उत्पाद विभाग के अधिकारी शामिल हैं. जांच के लिए 24 बिंदु तय किये गये हैं. जांच टीम इन सभी बिंदुओं पर जांच करेगी.
जहां खामियां पायी जायेंगी, वहां संबंधित लोगों को 24 घंटे के अंदर उन खामियों को दूर करने को कहा जायेगा. निर्धारित समय सीमा तक खामियां दूर नहीं किये जाने पर संचालकों के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी.
इधर, रविवार को शहर में जांच करने निकली टीम के सदस्यों ने बताया कि अधिकतर होटलों में अग्निशमन का लाइसेंस भी नहीं मिला. होटल ली लैक में व्यवस्था संतोषजनक पायी गयी.
वहीं, हरमू रोड स्थित सेलिब्रेशन में बार का लाइसेंस तो पाया, लेकिन स्वचालित स्पिंकलर की व्यवस्था नहीं थी. वहीं, स्मोक डिटेक्टर विथ इलेक्ट्रिकल फायर अलार्म की व्यवस्था नहीं पायी गयी. इसके अलावा जांच टीम के सदस्य व कार्यपालक दंडाधिकारी रविशंकर ने बताया कि कैपिटोल रेसीडेंसी में अग्निशमन का एनओसी नहीं पाया गया.
साथ ह स्वचालित स्पिंकलर की व्यवस्था नहीं पायी गयी. जांच के दौरान टीम ने रेडिशन ब्लू में सबकुछ ठीक पाया गया. पलास में कई खामियां पायी गयीं. बार का लाइसेंस तो मिला, लेकिन बार के लिए जगह पर्याप्त नहीं था. अर्बन ब्राबा में भी सुरक्षा के मापदंडों का पालन सही से नहीं पाया गया.
एनओसी की भी होगी जांच
टीम इसकी भी जांच करेगी कि इन होटलों, रेस्टूरेंट, बार और क्लबों को अग्निशमन विभाग से एनओसी मिला है या नहीं. रेस्टूरेंट में यदि बार का संचालन हो रहा है, तो लाइसेंस है या नहीं, इसकी भी जांच की जायेगी. डीसी ने सभी निरीक्षण दल को सभी बिंदुओं की बारीकी से जांच करने को कहा है. टीम सदर एसडीओ एके सत्यजीत से समन्वय बना कर काम करेगी. जांच कर टीम अपनी रिपोर्ट एसडीओ को सौंपेगी.
हुक्का बार की भी होगी जांच
किसी इलाके में यदि हुक्का बार पाया गया, तो इसकी भी जांच की जाएगी. हुक्काबार संचालन के लिए लाइसेंस मिली है या नहीं और किन परिस्थितियों में हुक्काबार संचालित किया जा रहा है. इसकी भी जांच की जायेगी.
इन बिंदुओं की होगी जांच
– प्रतिष्ठान तक अग्निशमन वाहन पहुंचने का रास्ता सुगम है या नहीं – वैकल्पिक निकास द्वार की व्यवस्था है या नहीं
– लिफ्ट के सतही तल पर फायरमैन स्विच है या नहीं – लॉबी में फायर चेक डोर है या नहीं – आग बुझाने के लिए ओवर हेड वाटर टैंक है या नहीं – पंपिग सिस्टम की व्यवस्था है या नहीं – कंट्रोल पैनस के साथ स्मोक डिटेक्टर है या नहीं
– स्वचालित स्पिंकलर है या नहीं
– मैनुअल इलेक्ट्रिकल फायर अलार्म है या नहीं – उपयुक्त अग्निशमन की व्यवस्था है या नहीं – हाउस कीपिंग की उचित व्यवस्था है या नहीं – सभी अग्निशमन उपकरण संचालित और क्रियाशील हैं या नहीं – अग्निशमन विभाग से एनओसी मिला है या नहीं – रेस्तरां के बार का लाइसेंस है या नहीं – लिफ्ट सुरक्षित रूप से काम कर रहा या नहीं – प्रतिष्ठान के पास पार्किंग का स्थान है या नहीं- प्रतिष्ठान के पास पहुंचन के लिए सड़क की चौड़ाई पर्याप्त है या नहीं – महत्वपूर्ण अवसरों, त्योहारों पर आतिशबाजी के लिए पर्याप्त खुला स्थान है या नहीं – प्राथमिक उपचार की व्यवस्था है या नहीं.
प्रत्येक टीम को अलग-अलग क्षेत्र की जिम्मेदारी
टीम-1 : लोअर बाजार, चुटिया और लालपुर थाना क्षेत्र के लिए बनी टीम का नेतृत्व कार्यपालक दंडाधिकारी रविशंकर करेंगे. उनके साथ सिटी डीएसपी, उत्पाद विभाग के अवर निरीक्षक और अग्निशमन विभाग के अधिकारी रहेंगे.
टीम-2: सदर, बरियातू और नामकुम थाना क्षेत्र के लिए बड़गाईं के सीओ विनोद कुमार प्रजापति को मजिस्ट्रेट प्रतिनियुक्त किया गया है. उनके साथ सदर डीएसपी भी रहेंगे.
टीम-3: कोतवाली, डेली मार्केट और हिंदपीढ़ी थाना क्षेत्र के लिए रांची के सीओ धनंजय कुमार को मजिस्ट्रेट बनाया गया है.
इनके साथ कोतवाली डीएसपी भी रहेंगे.
टीम-4: कांके, पिठोरिया और गोंदा थाना के लिए कांके के सीओ प्रभात कुमार सिंह को मजिस्ट्रेट बनाया गया है. साथ में मुख्यालय डीएसपी भी रहेंगे.
टीम-5: डोरंडा और अरगोड़ा थाना क्षेत्र के होटलों और बार के लिए नामकुम के सीओ मनोज कुमार को मजिस्ट्रेट बनाया गया है. उनके साथ हटिया डीएसपी, अग्निशमन विभाग और उत्पाद विभाग के अधिकारी को शामिल किया गया है.
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