रांची : प्रदेश कांग्रेस में सांगठनिक चुनाव के साथ पदों की दावेदारी के भी होड़ चल रहे हैं. जिलाध्यक्ष से लेकर अध्यक्ष पद के लिए लॉबिंग चल रही है़ दिल्ली में भी नेता संगठन में जगह के लिए जुगाड़ लगा रहे है़ं कई जिलों के दावेदार प्रभारी आरपीएन सिंह तक पहुंचे है़ं हालांकि प्रदेश कांग्रेस […]
रांची : प्रदेश कांग्रेस में सांगठनिक चुनाव के साथ पदों की दावेदारी के भी होड़ चल रहे हैं. जिलाध्यक्ष से लेकर अध्यक्ष पद के लिए लॉबिंग चल रही है़ दिल्ली में भी नेता संगठन में जगह के लिए जुगाड़ लगा रहे है़ं कई जिलों के दावेदार प्रभारी आरपीएन सिंह तक पहुंचे है़ं हालांकि प्रदेश कांग्रेस में प्रभारी बदलने के साथ ही हालात भी बदले है़ं प्रदेश प्रभारी आरपीएन सिंह के पास पहुंच-पैरवी काम नहीं आ रही है़.
पलामू, गढ़वा, धनबाद, बोकारो सहित कई जिलों के दावेदार दिल्ली दौड़ लगा रहे है़ं इधर, कांग्रेस के अध्यक्ष पद को लेकर भी पार्टी के अंदर सरगर्मी तेज है़ कांग्रेस के अंदरखाने में अध्यक्ष के लिए दिल्ली में दावेदारी की जा रही है़ प्रदेश के कई कांग्रेसी नेता लगे है़ं पार्टी के अंदर गैर आदिवासी को अध्यक्ष बनाने की भी चर्चा है़ जमशेदपुर के पूर्व सांसद व राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ अजय कुमार को प्रदेश की बागडोर देने की बात चल रही है़
उधर डॉ अरूण उरांव के नाम की भी चर्चा है़ डॉ उरांव को पारिवारिक पृष्ठभूमि का लाभ मिल सकता है़ कांग्रेस अध्यक्ष पद की दौड़ में सुबोधकांत सहाय, केएन त्रिपाठी से लेकर मनोज यादव तक बात चल रही है़ नेताओं का खेमा दिल्ली में भी जोर लगा रहा है़ संगठन में पकड़ बनाने के लिए प्रदेश के बड़े नेता जिलाध्यक्ष से लेकर प्रदेश के डेलीगेटस बनाने की जोड़-तोड़ में लगे है़ं कांग्रेस का एक खेमा यह भी मान कर चल रहा है कि वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष सुखदेव भगत की स्थिति आलाकमान के पास आज भी मजबूत है़.
प्रखंड से राज्य के लिए होंगे एक डेलीगेटस, चुनाव में लेंगे हिस्सा : प्रखंड स्तर से एक डेलीगेटस प्रदेश में बनाये जायेंगे़,जो चुनावी प्रक्रिया मेें शामिल होंगे़ सात प्रखंडों को मिला कर एक राष्ट्रीय स्तर के लिए डेलीगेटस बनाये जायेंगे़ ये राष्ट्रीय चुनाव की प्रक्रिया में हिस्सा लेंगे़ राज्य से करीब 35 डेलीगेटस एआइसीसी के लिए भेजे जायेंगे़ प्रखंड से छह डेलीगेटस का चयन जिला स्तर पर होगा़.
प्रदेश स्तर पर चुनाव के आसार नहीं, दिल्ली ही करेगा तय : प्रदेश में सांगठनिक चुनाव की प्रक्रिया भले ही चल रही हो, लेकिन प्रदेश अध्यक्ष का नाम दिल्ली ही तय करेगी. प्रदेश अध्यक्ष के नाम पर सर्वसम्मत राय बनाने की कोशिश की जायेगी़ प्रदेश में सांगठनिक चुनाव के प्रभारी डॉ चरण दास महंत ने इसके संकेत भी दिये है़ं पिछले दिनों उन्होंने बैठक में कहा था कि केंद्रीय आलाकमान सर्वसम्मति के तहत ही चुनाव कराना चाहता है़