कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित केंद्रीय राज्यमंत्री सुदर्शन भगत ने कहा कि आज मैं यहां आकर अपने आप को गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं. महाराजा अग्रसेन एक राजा होने के साथ दूरदर्शी व्यक्ति भी थे. उन्होंने सैन्य शक्ति और विकास पर ध्यान दिया. उनका एक रुपया व एक ईंट सिद्धांत का लाभ समाज के सभी वर्गों के परिवार के विकास में सहायक था. इससे उन्हें समाजवाद के प्रेरक के रूप में पहचान मिली. अग्रवाल समाज की भूमिका देश के विकास में अहम रही है. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सांसद महेश पोद्दार ने कहा कि देश बदल रहा है, राज्य भी बदल रहा है. ऐसे में हमलोगों को भी अपना सोच बदलना होगा. वहीं, न्यायमूर्ति रमेश कुमार मेरठिया ने कहा कि आज मुझे जो यह सम्मान मिला है, वह सिर्फ सम्मान ही नहीं, बल्कि अग्रवाल सभा व रांची की जनता का स्नेह, प्यार व आशीर्वाद है.
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विशिष्ट अतिथि मनोज नरेडी ने कहा कि अग्रवाल समाज काफी अच्छा काम कर रहा है. इस सभा से मैं नजदीक से जुड़ा हुआ हूं. महाराजा अग्रसेन की जीवन शैली पर प्रकाश डालते हुए श्री नरेडी ने कहा कि इन्होंने बलि प्रथा बंद करवायी और शाकाहार को प्रोत्साहित किया. कार्यक्रम के आयोजन में अध्यक्ष विनोद जैन, रतन मोर, अन्नु पोद्दार, उर्मिला पाड़िया, अनिल अग्रवाल, प्रमोद अग्रवाल, पवन पोद्दार, नंदकिशोर पाटोदिया, ललित पोद्दार, अशोक नारसरिया, रमाशंकर बगड़िया, अलका सरावगी, रेखा अग्रवाल, मंजीत जाजोदिया, कमल खेतावत, निर्मल बुधिया सहित अन्य की महत्वपूर्ण भागीदारी रही.