रांची : पिछले दिनों झारखंड यूथ कांग्रेस के चुनाव फिक्स थे. चुनावों में पैसों के लेन-देन की बात सामने आयी है. आरोपों के घेरे में कांग्रेस के दो बड़े नेता राजेंद्र सिंह और सुखदेव भी हैं. राजेंद्र सिंह के बेटे कुमार गौरव यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष और सुखदेव के बेटे अभिनव सिद्धार्थ व बलमुचु की बेटी सिंड्रेला बनी हैं महामंत्री. एक ऑडियो सामने आया है, जिससे खुलासा हुआ है कि केंद्रीय नेतृत्व ने जिन पर्यवेक्षकों को निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए भेजा था, कथित तौर पर उन्होंने घूस ली. चुनाव में जिला निर्वाचन पदाधिकारी (डीआरओ) ने एक उम्मीदवार से 4 लाख रुपये तक लिये. एक ऑडियो स्टिंग में विधानसभा निर्वाचन पदाधिकारी को बताया कि मिठाई के डिब्बे में पैसे आये. ऑडियो में जो बातें हैं, यदि सही हैं, तो पलामू, गिरिडीह और बोकारो के अलावा रामगढ़ के डीआरओ ने भी पैसे लिये. उन्होंने खास प्रत्याशी के पक्ष में बोगस वोटिंग ही नहीं करायी, बल्कि मतदान करने आये लोगों को लौटा भी दिया.
निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए केंद्रीय नेतृत्व ने जिन पर्यवेक्षकों को भेजा था, उन्हीं पर पैसे लेने के आरोप लगे हैं. चुनाव में जिला निर्वाचन पदाधिकारी (डीआरओ) की ओर से एक उम्मीदवार से चार लाख रुपये तक लेने की बात कही जा रही है. पैसों के इस लेन-देन का ऑडियो स्टिंग सामने आया है. इसमें पार्टी के विधानसभा निर्वाचन पदाधिकारी (एआरओ) को बातचीत के दौरान यह स्वीकार करते हुए सुना जा सकता है कि उसके डीआरओ ने चुनाव में पैसे लिये है़ं प्रभात खबर के पास इस बातचीत की रिकॉर्डिंग मौजूद है. इसमें एआरओ को यह कहते सुना जा सकता है कि मिठाई के डिब्बे में पैसे आये थे.
बातचीत में कई राज कबूले एआरओ ने : प्रभात खबर के पास मोहित गोयल नाम के एक एआरओ की प्रदेश के यूथ कांग्रेस के एक नेता से हुई बातचीत की रिकाॅर्डिंग माैजूद है. इसमें मोहित गोयल को यह कहते सुना जा सकता है कि हजारीबाग के डीआरओ रवि गिरी मैनेज था. रामगढ़ के एकजोत सिंह नाम के डीआरओ ने भी पैसे लिये थे. मोहित ने बातचीत में कई राज कबूल किये हैं. उसने पलामू, गिरिडीह व बोकारो के डीआरओ पर भी पैसे लेने के आरोप लगाये है़ं. मामले में एआरओ शुभम शुक्ला की बातचीत की भी रिकॉर्डिंग सामने आयी है. इसमें भी कई खुलासे हुए हैं. बातचीत के क्रम में उसने यूथ कांग्रेस के एक नेता को बताया है कि डीआरओ तक किस तरह पैसे पहुंचाये गये. इसके बदले डीआरओ ने खास प्रत्याशी की मदद की. डीआरओ बोगस वोटिंग तक में शामिल रहे.
यूथ कांग्रेस में क्या है चुनाव कराने का सिस्टम
केंद्रीय स्तर पर मुख्य चुनाव कमिश्नर (सीइसी) का पद है. केंद्रीय स्तर पर प्रदेश रिटर्निंग ऑफिसर (पीआरओ) बनाये जाते है़ं इसके नीचे जोनल रिटर्निंग ऑफिसर (जेडआरओ) बनाये जाते है़ं इसके बाद जिला रिटर्निंग ऑफिसर (डीआरओ) फिर एसेंबली रिटर्निंग आॅफिसर हाेता है़ यूथ कांग्रेस का चुनाव वोटिंग से कराया जाता है़ विधानसभा स्तर पर चुनाव होता है़ एक वोटर को पांच वोट देने का अधिकार है़ प्रदेश में अध्यक्ष व महामंत्री के लिए वोट देना होता है़ इसके बाद विधानसभा स्तर के पदाधिकारियों के लिए वोटिंग होती है़ चुनाव लड़नेवालों को सदस्यता फॉर्म जमा कराना होता है़ एक सक्रिय और उसके साथ चार गैर सक्रिय सदस्य होते है़ं वोटिंग और चुनाव लड़ने का अधिकार केवल सक्रिय सदस्यों को ही है़.
डीआरओ को किया गया था मैनेज
प्रभात खबर के पास मौजूद बातचीत की रिकॉर्डिंग में यह स्पष्ट सुना जा सकता है कि अध्यक्ष पद पर चुनाव जीतनेवाले कुमार गौरव ने भी डीआरओ को मैनेज किया था. रामगढ़, पलामू, बोकारो के डीआरओ के मैनेज होने की बात कही गयी है. बातचीत के क्रम में एक एआरओ को यह कहते सुना जा सकता है कि बरही में कई वोटरों को लौटा दिया गया था. इनके नाम से पहले ही वोट डाल दिये गये थे. एक एआरओ को स्पष्ट कहते सुना जा सकता है कि डीआरओ ने पैसे लिये, लेकिन कोई हिस्सा नहीं मिला़ पूरा पैसा डीअारओ लेकर चला गया़ कई डीआरओ ने मोटी कमाई की है़.
राजेंद्र सिंह के बेटे अध्यक्ष और सुखदेव के बेटे व बलमुचु की बेटी बनी हैं महामंत्री
पिछले दिनों हुए यूथ कांग्रेस का चुनाव काफी चर्चा में रहा़ पूर्व मंत्री व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राजेंद्र सिंह के बेटे कुमार गौरव अध्यक्ष बने हैं. प्रदेश अध्यक्ष सुखदेव भगत के बेटे अभिनव सिद्धार्थ और सांसद प्रदीप बलमुचु की बेटी सिंड्रेला बलमुचु महामंत्री बनीं है़ं सिद्धार्थ ने महामंत्री पद के लिए सबसे ज्यादा वोट हासिल किया था. कुमार गौरव के बड़े भाई अनूप सिंह पिछली बार यूथ कांग्रेस का चुनाव जीत कर अध्यक्ष बने थे़.