क्रांति दीप. राजधानी रांची की कई प्रमुख सड़कों का सीना जानलेवा गड्ढों ने छलनी कर दिया है. इन गड्ढों से केवल यातायात की रफ्तार धीमी हो रही है, बल्कि राहगीरों और वाहन चालकों लिए जान खतरा भी पैदा हो गया है. करमटोली चौक से चिरौंदी तक की प्रमुख सड़क पर ही 20 से ज्यादा छोटे-बड़े गड्ढे हैं, जिनकी गहराई 10-20 सेंटीमीटर और लंबाई 150-200 सेंटीमीटर तक है. लगातार बारिश और भारी वाहनों के दबाव से इन गड्ढों का आकार बढ़ता जा रहा है. कई जगह गड्ढों में पानी भरने से बाइक सवार संतुलन खोकर रोजाना गिर रहे हैं. हैरानी की बात यह है कि रिकॉर्ड 80 करोड़ रुपये से ज्यादा का सालाना टैक्स वसूलनेवाला रांची नगर निगम इन सड़कों की दुर्दशा को लेकर तनिक भी गंभीर नहीं है. जबकि अच्छी सड़क हर राजधानीवासी का हक और रांची नगर निगम की जिम्मेदारी है.
करमटोली चौक के पास 20 सेंटीमीटर गड्ढा
करमटोली चौक पर सड़क के बीचोंबीच लगभग 20 सेमी गहरा गड्ढा बना हुआ है, जो हादसों को न्योता दे रहा है. खासकर दोपहिया वाहन चालकों के लिए यह खतरा बन गया है. कई बार यहां बाइक सवार हादसे का शिकार हो चुके हैं. इस गड्ढे के कारण ऑटो व ई-रिक्शा भी असंतुलित हो जाते हैं. लेकिन, इन गड्ढों को भरने और सड़क की मरम्मत की दिशा में अब तक कोई कदम नहीं उठाया गया है.मोरहाबादी से चिरौंदी जोनवाला रास्ता भी बदहाल
मोरहाबादी स्थित शिव मंदिर के पास सड़क पर लगभग 150 सेंमी लंबा व 15 सेंमी गहरा गड्ढा बन गया हुआ है. स्थानीय लोगों ने बताया कि कई बाइक सवार यहां गिर कर घायल हो चुके हैं. वहीं, मोरहाबादी से चिरौंदी जोनवाले रास्ते में कई जगहों पर बड़े-बड़े गड्ढे हो गये हैं. प्रह्लाद एन्क्लेव के सामने सड़क की हालत बेहदर खराब है. यहां कई जगहों पर 10 से 15 सेमी तक गड्ढे हो गये हैं.तिरिल रोड की स्थिति में सुधार नहीं
पिछले दिनों कोकर स्थित शिव मंदिर से रिम्स जानेवाले तिरिल रोड के कुछ गड्ढों काे भरा गया था. लेकिन, एक सप्ताह बाद उन जगहों पर फिर से गड्ढे हो गये हैं. वहीं, कई जगहों पर सड़क को खोद कर छोड़ दिया गया है. एक जगह पर लगभग एक माह से सड़क पर बालू गिरा हुआ है. इस कारण यहां से गुजरने वालों को दिक्कत का सामना करना पड़ता है. लेकिन, इस ओर किसी का कोई ध्यान नहीं है.जुडको भवन के समीप कई बड़े गड्ढे
कचहरी से हर दिन हजारों लोग लाइन टैंक रोड होते हुए मेन रोड की ओर आते हैं. लेकिन, इस चमचमाती सड़क पर भी होटल लीलैक से जुडको भवन के बीच कई बड़े गड्ढे बन गये हैं. बरसात के दिनों में इन गड्ढों में पानी भर जाता है. इस कारण वाहन चालक गड्ढों की गहराई का अंदाजा नहीं लगा पाते हैं. यही वजह है कि हर दिन इन गड्ढों के कारण वाहन चालक दुर्घटनाग्रस्त हो रहे हैं.कुम्हारटोली से चूना भट्ठा व खादगढ़ा तक की सड़क
कुम्हारटोली से चूना भट्ठा और चूना भट्ठा से खादगढ़ा तक की सड़क गड्ढों में गुम हो गयी है. यहां का हाल ऐसा है कि गड्ढों के बीच में लोग सड़क खोजते हैं. यही स्थिति सुखदेव नगर थाना से लेकर कब्रिस्तान तक जाने वाली सड़क व मधुकम रुगड़ीगढ़ा से जतरा मैदान जानेवाले सड़क की भी है. इन सड़कों पर वाहन हिचकोले लेकर चलते हैं. गड्ढों के कारण आये दिन दुर्घटनाएं होती रहती हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

