681 बच्चों के भविष्य पर टिकी उम्मीदें फोटो फाइल : 17 गोला 03, उत्क्रमित उच्च विद्यालय सुतरी का भवन फोटो फाइल : 17 गोला 04, विद्यालय का में गेट फोटो फाइल : 17 गोला 05, प्रधानाध्यापक विनोद कुमार राजकुमार गोला. गोला प्रखंड के सुतरी गांव में स्थित उत्क्रमित उच्च विद्यालय सुतरी जो वर्ष 1914 में स्थापित हुआ था, अब प्लस टू उच्च विद्यालय में उत्क्रमण की बाट जोह रहा है. एक सदी से अधिक पुराना यह विद्यालय क्षेत्र के शिक्षा विकास का आधार रहा है, लेकिन अब तक प्लस टू स्तर तक की स्वीकृति नहीं मिलने से यहां के बच्चों का भविष्य अधर में लटका है. वर्तमान में विद्यालय में 681 छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं. जिनमें से 407 विद्यार्थी अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति वर्ग से आते हैं. विद्यालय के प्रधानाध्यापक विनोद कुमार ने बताया कि विद्यालय को प्लस टू में उत्क्रमित करने को लेकर अनुशंसा शिक्षा विभाग को भेजी गयी है. लेकिन अब तक स्वीकृति नहीं मिली है. उन्होंने कहा कि यदि विद्यालय को प्लस टू का दर्जा मिल जाता है, तो रकुवा, कोरांबे, बुटगोडवा, मुरपा सहित दर्जनों गांव के सैकड़ों बच्चों को लाभ मिलेगा. लोगों ने बताया कि ग्रामीण इलाका होने व साधन-सुविधाओं के अभाव में मैट्रिक के बाद बच्चे आगे की पढ़ाई जारी नहीं रख पाते. गोला की दूरी लगभग 14 किलोमीटर होने के कारण दैनिक आवागमन भी संभव नहीं हो पाता. सीआरपी संजय कुमार लाला ने बताया कि विद्यालय का उत्क्रमण का प्रस्ताव विभाग को भेज दिया गया है. विद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष श्रवण कुमार उपाध्याय ने शिक्षा विभाग से शीघ्र स्वीकृति प्रदान करने की मांग की है. स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि यदि विद्यालय को प्लस टू का दर्जा मिल जाता है तो क्षेत्र के गरीब व पिछड़े वर्ग के बच्चों को अपने गांव में ही उच्च शिक्षा प्राप्त करने का अवसर मिलेगा. विद्यालय प्रबंधन व ग्रामीणों को अब भी उम्मीद है कि शिक्षा विभाग शीघ्र ही इस विद्यालय को प्लस टू में उत्क्रमित करेगा. सरकार को प्रस्ताव भेजा जायेगा: डीइओ जिला शिक्षा पदाधिकारी नीलम कुमारी ने बताया कि उत्क्रमित उच्च विद्यालय सुतरी का प्लस टू उच्च विद्यालय में उत्क्रमित करने का प्रस्ताव आया हुआ है. शीघ्र ही सरकार को भेजा जायेगा.
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