फोटो फाइल 3आर-1- निर्वतमान वार्ड पार्षद मंजू देवी, फोटो फाइल 3आर-2- पूर्व मुखिया रामसहाय बेदिया, फाइल 3आर-3- पवन महतो, फोटो फाइल 3आर-4- युगेश बेदिया, फोटो फाइल 3आर-5- चुंआ में महिलायें. फोटो फाइल 3आर-6- चुंआ से पानी लेकर घर जाती महिला व बच्चा. फोटो फाइल 3आर-7- जर्जर शौचालय के बाहर खड़े स्कूली बच्चा. संजय शुक्ला रामगढ़. नगर परिषद रामगढ़ में 32 वार्ड हैं. इसमें वार्ड नंबर एक का सीमाना नगर परिषद के कई वार्ड व पंचायत से सटा हुआ है. यह वार्ड पुराना एनएच-33 रामाग्लास गौरव इंटरप्राइजेज से शुरू होकर एनएच-33 प्रेम लाइन होटल लगभग सात-आठ किमी तक फैला हुआ है. इस वार्ड में अंबाटांड़, करमाली टोला, तिलैया, शिवनगर कॉलोनी, कोयरी टोला, सांडी कॉलोनी, धनहारा व मुंडा धौड़ा शामिल है. इस वार्ड में बेदिया, मांझी, मुंडा, कुरमी, कोयरी जाति की बहुलता है. वार्ड में तीन सरकारी विद्यालय व पांच आंगनबाड़ी संचालित हैं. इस वार्ड में समस्याएं, जो व्याप्त हैं इस वार्ड में लगभग चार हजार मतदाता हैं. यहां के लोग कृषि व मजदूरी पर निर्भर हैं. वार्ड में जर्जर सड़क, सिंचाई का अभाव, पीने की पानी की समस्या, स्ट्रीट लाइट की कमी, पलायन, रोजगार का अभाव मुख्य समस्या है. वार्ड के करमाली टोला के एक चुंआ पर टोला के 500 से अधिक आबादी निर्भर है. क्या कहते हैं निवर्तमान वार्ड पार्षद इस वार्ड के निवर्तमान पार्षद मंजू कुमारी ने कहा कि वार्ड के पंचायत भवन से बहेड़ाटांड़ तक ढाई किमी तक पक्की सड़क का निर्माण, तिलैया मोड़ से तिलैया करमाली टोला तक पैबर्स ब्लॉक निर्माण, 400 से अधिक प्रधानमंत्री आवास बनाया गया है. पानी की कमी को दूर करने के लिये पानी टंकी का निर्माण सहित कई विकास के कार्य हुए हैं. वार्ड के कई टोला को जोड़ने के लिये सड़क व पुलिया निर्माण की जरूरत है. रोजगार को बढ़ाने के लिये सिंचाई को बेहतर करना होगा. क्या कहते हैं ग्रामीण गांव के पूर्व मुखिया रामसहाय बेदिया ने कहा कि वार्ड में रोजगार की समस्या है. रोजगार के अभाव में पलायन होता है. कृषि के लिए सिंचाई की व्यवस्था जरूरी है. इससे रोजगार बढ़ेगा. पानी की भी समस्या है. सांडी से तिलैया तक जर्जर सड़क है. इसके साथ ही अंबाटांड़ से डटवाटांड, बुमरी पंचायत के लिये झरना नाला पर पुलिया का निर्माण जरूरी है. करमाली टोला निवासी युगेश बेदिया ने बताया कि टोला में विभाग से एक पानी टंकी चार-पांच वर्ष पहले बना था. लेकिन इस पानी टंकी से ग्रामीणों को पानी नहीं मिल रहा है. एक चुआं पर टोला की आधी आबादी पीने, नहाने व कपड़ा धोेने के लिये निर्भर है. सिंचाई की व्यवस्था जरूरी है. मजदूरी जीविकोपार्जन का माध्यम है. सड़क पक्कीकरण जरूरी है. स्ट्रीट लाइट की भी कमी है. शिवनगर तिलैया कॉलोनी निवासी विजय वर्मा उर्फ अंशु ने बताया कि बिजली पोल की कमी है. स्ट्रीट लाइट बढ़नी चाहिये. पवन महतो ने बताया कि विद्यालय में एक से आठ तक पढ़ाई होती है. शिक्षक पांच हैं. शिक्षकों की कमी है. पानी की व्यवस्था ठीक है. शौचालय जर्जर है. वर्ग एक व दो के बच्चे एक कमरे में साथ बैठते हैं. सिंचाई की व्यवस्था करनी होगी.
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