मामला रेलवे द्वारा अतिक्रमण हटाये जाने का फोटो फाइल 8आर-16: बैठक मेें शामिल विधायक, दुकानदार, रेलवे के पदाधिकारी व अन्य. बरकाकाना. बरकाकाना रेल प्रक्षेत्र में रेलवे द्वारा चलाये जा रहे अतिक्रमण हटाने के अभियान को छठ पूजा तक स्थगित कर दिया गया है. यह निर्णय सोमवार को बरकाकाना रेलवे स्टेशन के प्रवेश द्वार पर आयोजित बैठक में लिया गया, जिसमें बड़कागांव विधायक रोशनलाल चौधरी, सीओ पतरातू मनोज कुमार चौरसिया, रेलवे अधिकारी, आरपीएफ, सांसद प्रतिनिधि, आजसू पार्टी के प्रतिनिधि और दुकानदार संघ के सदस्य शामिल हुए. बैठक में दुकानदारों ने त्योहारों को देखते हुए अभियान को रोकने की मांग की. उन्होंने कहा कि वे विकास के विरोधी नहीं हैं, लेकिन पिछले 40 वर्षों से दुकानें चला कर अपनी आजीविका चला रहे हैं. उनके पास आय का कोई अन्य स्रोत नहीं है. यदि रेलवे चाहे तो उन्हें निर्धारित किराये पर दुकानें आवंटित कर सकता है, जिससे उनकी आजीविका बनी रह सके. रेलवे ने पहले 81 अतिक्रमणकारियों को कई बार नोटिस देकर अपनी भूमि खाली करने का निर्देश दिया था. 6 सितंबर को रेलवे ने 72 घंटे के भीतर अतिक्रमण हटाने का अंतिम निर्देश जारी किया, जिससे दुकानदारों में भय का माहौल बन गया. वे अपनी जीविका को लेकर चिंतित थे और चाहते थे कि उन्हें कुछ समय की राहत दी जाये. बैठक में उपस्थित प्रतिनिधियों ने डीआरएम धनबाद को पूरी स्थिति से अवगत कराते हुए छठ पूजा तक अभियान स्थगित करने की अपील की. डीआरएम ने त्योहारों को ध्यान में रखते हुए इस मांग को स्वीकार किया और छठ पूजा के बाद अभियान पुनः शुरू करने की बात कही. इस निर्णय से दुकानदारों को कुछ समय के लिए राहत मिली है. हालांकि, उन्हें यह भी स्पष्ट कर दिया गया है कि छठ पूजा के बाद रेलवे अपनी आवश्यकता के अनुसार अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई करेगा. दुकानदारों को स्वयं भी रेलवे भूमि से अपने निर्माण हटाने होंगे. बैठक में छठी लाल प्रसाद, चंद्रदेव दांगी, कपिलदेव राम दांगी, किशोरी दांगी, संतोष दांगी, महेश दांगी, मनीष वर्मा, सुमन, रवि प्रसाद, शिवरंजन प्रसाद, बबलू सिंह, मंटू सिंह, रूपेश दांगी, कारू ठाकुर, योगेश ठाकुर समेत कई स्थानीय लोग उपस्थित थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

