:::: मंत्रोच्चार से गूंजता रहा मंदिर प्रक्षेत्र, रात भर आना -जाना रहा श्रद्धालुओं का. रजरप्पा. रजरप्पा स्थित मां छिन्नमस्तिके मंदिर में कार्तिक अमावस्या और दीपावली की रात श्रद्धा और भक्ति का अद्भुत संगम देखने को मिला. मां के दरबार में हजारों श्रद्धालु, साधक और तांत्रिकों की भीड़ लगी रही. मंदिर प्रक्षेत्र में रात भर जयकारों की गूंज रही. मां की कृपा पाने के लिए भक्तों ने दीप जला कर भोग लगाया. पूरी रात आराधना में लीन रहे. इस विशेष अवसर पर झारखंड ही नहीं, बल्कि पश्चिम बंगाल, बिहार, उत्तरप्रदेश, असम, दिल्ली और ओडिशा समेत कई राज्यों से श्रद्धालु, साधक और तांत्रिक पहुंचे थे. कार्तिक अमावस्या की रात तंत्र सिद्धि के लिए देश के विभिन्न भागों से तांत्रिक रजरप्पा आते हैं. इस वर्ष भी सैकड़ों तांत्रिक यहां पहुंचे और मां की कृपा पाने के लिए साधना में लीन रहे. उधर, राज्य के कई वीआइपी ने भी मां छिन्नमस्तिके देवी की पूजा-अर्चना की. मंदिर प्रक्षेत्र में सुरक्षा और विधि व्यवस्था में रजरप्पा थाना प्रभारी कृष्ण कुमार और पुलिस बल के जवान मौजूद थे. 13 हवन कुंडों में हुआ हवन-यज्ञ, साधक रहे साधना में लीन : मंदिर परिसर में 13 हवन कुंडों पर वैदिक मंत्रोच्चार के साथ हवन और यज्ञ का आयोजन किया गया. साधक और तांत्रिक भैरवी-दामोदर संगम स्थल और आसपास के जंगलों में एकांतवास में साधना में लीन रहे. श्रद्धालुओं ने महाभोग ग्रहण किया, मंगलवारी ग्रुप की ओर से भंडारे का आयोजन किया गया. मंदिर की आकर्षक सजावट ने मोहा मन : दीपावली और काली पूजा के अवसर पर मंदिर परिसर को आकर्षक ढंग से सजाया गया था. मंदिर की जगमग रोशनी और सजावट ने श्रद्धालुओं का मन मोह लिया. हर कोई इस अद्भुत दृश्य को कैमरे में कैद करने में व्यस्त नजर आया. वर्ष में केवल एक बार ही रात में खुलता है मां का दरबार : मां छिन्नमस्तिके का दरबार वर्ष में केवल एक दिन कार्तिक अमावस्या को ही पूरी रात खुला रहता है. इस अवसर पर दिन की तरह रात में भी भक्तों की भीड़ रहती है. मां के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं में उत्साह देखा गया.
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