रामगढ़, बरकाकाना साइबर अपराध धीरे-धीरे पूरे देश में फैल रहा है. लोगों की एक छोटी से गलती उन्हें आर्थिक नुकसान पहुंचा रहा है. सोशल मीडिया में साइबर अपराधी लोगों के चरित्र का भी हरण कर रहे हैं. प्रभात खबर साइबर अपराध के खिलाफ जन आंदोलन कार्यक्रम चला रहा है. इस कार्यक्रम में साइबर विशेषज्ञों के माध्यम से लोगों को जागरूक कर साइबर अपराध के तरीके, उनसे बचने के उपाय से रू-ब-रू कराया जा रहा है. गुरुवार को नयानगर बरकाकाना स्थित छेदी उरांव एडुकेशनल एंड वेलफेयर ट्रस्ट परिसर में प्रभात खबर ने साइबर अपराध के खिलाफ जन आंदोलन कार्यक्रम का आयोजन किया. मुख्य वक्ता पुलिस निरीक्षक गजेंद्र पांडेय, साइबर एक्सपर्ट पुअनि ओंकार पाल, बरकाकाना ओपी प्रभारी उमाशंकर वर्मा, डॉ मनोज अगरिया थे. सभी ने साइबर अपराध के बारे में लोगों को जानकारी दी. लोभ व डर साइबर अपराध का मुख्य कारण : गजेंद्र : पुलिस निरीक्षक गजेंद्र पांडेय ने कहा कि लोभ व डर साइबर अपराध का मुख्य कारण है. लोग जल्दी से ज्यादा से ज्यादा लाभ व लालच में फंस कर साइबर अपराधी के झांसे में आते हैं. कई लोग डर के कारण साइबर अपराध के शिकार हो रहे हैं. साइबर अपराध सिंडिकेट के साथ अंजाम दिया जा रहा है. साइबर ठगी के 24 घंटे के अंदर उसकी सूचना 1930 पर करने से गोल्डेन टाइम में ठगी करने वाले के संबंधित खाते को फ्रीज किया जा सकता है. साइबर अपराधी को भी पकड़ा जा सकता है. उन्होंने लोगों को सोशल मीडिया में अपने परिवार की दैनिक गतिविधियों से संबंधित जानकारी साझा नहीं करने की सलाह दी. दैनिक गतिविधियों की जानकारी के बाद अपराधी परिवार के डिजिटल रैकी करते हैं. अनचाहे लिंक की जानकारी देते हुए कहा कि सोशल मीडिया में लोक लुभावन ऑफरों के साथ कई लिंक साइबर अपराधी द्वारा साझा किये जाते हैं. उस लिंक को क्लिक करते ही आपकी सारी जानकारी साइबर अपराधी एकट्ठा कर लेते हैं. पुलिस निरीक्षक ने लोगों को किसी भी तरह के ओटीपी व सोशल मीडिया के पासवर्ड को साझा नहीं करने, अपने सोशल मीडिया एकाउंट का संचालन किसी गैर से नहीं कराने की सलाह दी. बढ़ते साइबर अपराध से बचाव का एक मात्र मार्ग है सजगता : ओंकार पाल साइबर विशेषज्ञ सह पुअनि ओंकार पाल ने कहा कि साइबर अपराध से बचाव का एक मात्र मार्ग आपकी सजगता है. उन्होंने गल्फ की व्याख्या करते हुए साइबर अपराधियों द्वारा प्रयोग किये जा रहे तरीकों को आसान शब्दों में लोगों को बताया. उन्होंने बताया कि अंग्रेजी के गल्फ वर्ड का पहला अक्षर जी से ग्रिड होता है. इसका मतलब लालच है. साइबर अपराधी लॉटरी निकलने, जल्दी से पैसा डबल करने जैसे लालच देते हैं. लोग इसमें फंस कर आर्थिक नुकसान उठाते हैं. यू से अरजेंसी होता है. इसका मतलब जल्दबाजी है. साइबर अपराधी पुलिस की वर्दी में लोगोंं को उनके बच्चों के किसी केस में फंस जाने की भ्रामक सूचना देते हैं. लोग जल्दीबाजी में बिना किसी जांच के उन अपराधियों की बातों में आकर भावुकता वश उनके शिकार हाेते हैं. एल का मतलब लव व लस्ट है. प्यार व हवस से अभिभूत होकर युवक व युवती मैसेंजर कॉल के माध्यम से फंस कर सामाजिक रूप से बेइज्जत होने के डर से साइबर अपराधियों की चंगुल में फंसते हैं. एफ का मतलब फियर होता है. इसे डर कहते हैं. यहां तरह-तरह का भय दिखा कर साइबर ठगी की जाती है. इसका समाधान एसइए शी है. शी से मतलब समुद्र है. बरकाकाना ओपी प्रभारी उमाशंकर वर्मा ने कहा कि साइबर अपराधी लोगों की भावना का लाभ उठा कर अपराध को अंजाम देते हैं. हाल के दिन में भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर चलाया. साइबर अपराधियों ने ऑपरेशन सिंदूर में शामिल भारतीय सेना के लिए हवन करने के नाम पर लोगों को अपना शिकार बनाया. डॉ अगरिया ने कहा कि प्रभात खबर का यह जागरूकता कार्यक्रम सराहनीय है. मौके पर वार्ड पार्षद गीता देवी, मुखिया मोकिम आलम, डॉ अमरजीत कुमार, गोविंद बेदिया, देवकीनंदन बेदिया, सतपाल बेाहरा, रोहित अगरिया, लालजी अगरिया, मुकेश अगरिया, सुरपति देवी, मैरी देवी, रीता कुमारी, कुमारी सुगन, अंजू देवी, वरुण कुमार, विजयालक्ष्मी शर्मा, सोमरी देवी, मंजू देवी, मालती कुमारी, रीना देवी, गीता देवी आदि उपस्थित थे. यातायात नियमों के पालन को लेकर दिलायी गयी शपथ : प्रभात खबर के जनआंदोलन कार्यक्रम में यातायात थाना प्रभारी गजेंद्र पांडेय ने यातायात नियमों की जानकारी दी. बताया कि लोगों में पहले से अधिक जागरूकता आयी है. लोग जितना जागरूक होंगे, उतना ही दुर्घटना कम होगी. उन्होंने सभी को यातायात नियमों के पालन करने की शपथ दिलायी.
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