पतरातू. पतरातू स्टीम कॉलोनी के रेलवे आवास में वर्षों से संचालित हो रहा डाकघर जर्जर स्थिति में है. जिस आवास में डाकघर संचालित है, उसमें दरारें पड़ चुकी हैं. इससे भवन के कभी भी धराशायी होने का खतरा बढ़ गया है. यह डाकघर न सिर्फ रेलवे कर्मचारियों व उनके परिवारों को बल्कि आसपास के आम नागरिकों को भी डाक सेवाएं प्रदान करता है. लोगों का कहना है कि डाकघर से उन्हें अनेक प्रकार की सुविधाएं मिलती हैं, लेकिन अब यह भवन स्वयं खतरे में है. इस डाकघर में एक एटीएम लगाने की भी योजना थी. इससे लोगों को बैंकिंग सुविधा भी मिलती, लेकिन भवन की जर्जर हालत को देखते हुए एटीएम को लगाने का प्रस्ताव ठंडे बस्ते में चला गया. लोगों को एटीएम सेवा के लिए सात-आठ किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ती है. स्थानीय कर्मचारियों व लोगों का सुझाव है कि कॉलोनी में स्थित बंद पड़े एटीपी स्कूल के दो कमरे में यदि डाकघर को शिफ्ट कर दिया जाये, तो काफी सहूलियत होगी. एटीएम भी लग सकेगा. यदि समय रहते कोई समाधान नहीं निकलता है, तो इस बात की आशंका है कि डाकघर को यहां से हटा कर कहीं दूर ले जाया जायेगा. डाकघर के कॉलोनी से बाहर चले जाने पर स्थानीय लोगों को डाक सेवा में काफी असुविधा होगी. लोगों ने संबंधित विभागों से आपसी समन्वय बनाकर इस समस्या का समाधान निकालने की मांग की है, ताकि लोगों को डाक सेवाओं का लाभ मिलता रहे और भविष्य में जर्जर भवन के कारण कोई दुर्घटना न घटे. रेल व डाक विभाग उदासीन : पूरे मामले पर रेल विभाग का कहना है कि यह भवन डाकघर को दिया गया है. इसकी देखभाल डाक विभाग की जिम्मेवारी है. वहीं, डाक विभाग का कहना है कि अभी तक रेलवे द्वारा मरम्मत या भवन स्थानांतरण को लेकर कोई कदम नहीं उठाया गया है.
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