मामला रतवे पंचायत के मोहरटांड़ का बिजली विभाग और जिला प्रशासन से सुविधाएं उपलब्ध कराने की मांग 18 कुजू : लटका हुआ लकड़ी का खंभा, 18 कुजू ए : प्रतिक्रिया देते ग्रामीण धनेश्वर प्रसाद / प्रदीप कुजू. राज्य गठन के 25 वर्ष हो गये. इस दौरान कई राजनीतिक दल सत्ता में आये. सभी ने राज्य के विकास के दावे किये, लेकिन अभी भी कई ग्रामीण क्षेत्रों में बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध नहीं हैं. इसी तरह की समस्या मांडू प्रखंड अंतर्गत रतवे पंचायत के मोहरटांड़ में है. यहां पर अल्पसंख्यक समुदाय के लोग रहते हैं. रतवे बस्ती से होकर मोहरटांड़ में घर बना कर रहने वाले लोगों के लिए सुविधाएं नहीं हैं. यहां के लोग लकड़ी के खंभे और कवर तार के भरोसे अपने -अपने घरों तक बिजली ले गये हैं. इसके बाद ही यहां के लोगों के घरों में बल्ब जलते हैं. यहां सड़क भी पक्की नहीं है. इसके कारण यहां के लोगों को काफी परेशानी हो रही है. लोगों ने बिजली विभाग और जिला प्रशासन से सुविधा उपलब्ध कराने की मांग की है. क्या कहते हैं ग्रामीण : इस संबंध में पंचायत की मुखिया आशमां खातून, पूर्व वार्ड सदस्य शाहिना प्रवीण, रफत अंजुम व फरीदा खातून ने कहा कि सड़क के साथ बिजली की सुविधाएं उपलब्ध होना काफी मायने रखता है. हालांकि, मोहरटांड़ गांव में सुविधाएं उपलब्ध नहीं होने से लोगों को काफी परेशानी हो रही है. हालांकि, इस मामले में पहले भी आवेदन दिया गया है, लेकिन कोई पहल नहीं की गयी है. जरूरत के हिसाब से पोल और तार की व्यवस्था करायी जायेगी : डिप्टी इंजीनियर : इस संबंध में विभाग के डिप्टी इंजीनियर नवनीत कुमार ने कहा कि अगर उन्हें बिजली की आवश्यकता है, जरूर पूरी की जायेगी. इसके लिए पहले उन्हें कंज्यूमर बनना होगा. सर्वे करा कर जरूरत के हिसाब से पोल और तार की व्यवस्था करायी जायेगी.
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