सेंट्रल सौंदा साइडिंग का चालू होना तय
उरीमारी : बरका-सयाल क्षेत्र का बंद पड़ा सेंट्रल सौंदा टिपला रेलवे साइडिंग का चालू होना तय हो गया है. साइडिंग को चालू करने को लेकर बीते दो दिनों से यहां रेलवे ट्रैक, कोल डिपो की सफाई हो रही है. साथ ही रेलवे ट्रैक के साइड वाॅल की भी मरम्मत शुरू कर दी गयी है. इस साइडिंग को अगस्त 2015 में बंद कर दिया गया था.
तब यह साइडिंग उरीमारी के अंतर्गत चलता था. पहले यहां पर मैनुअली व पेलोडर से कोयले की लोडिंग की जाती थी. साइडिंग के खुलने की खबर के बाद टिपला साइडिंग कॉलोनी में खुशी की लहर है. लोग कह रहे हैं कि अब यहां पर हमलोगों को निजी तौर पर रोजगार मिलेगा. साइडिंग को चालू करने को लेकर सीसीएल बोर्ड ऑफ डायरेक्टर से भी सहमति मिल गयी है. उरीमारी से इस साइडिंग को बिरसा परियोजना प्रबंधन हस्तांतरण संबंधित एप्रुवल भी हो गया है. पत्र के एरिया में आते ही बिरसा परियोजना प्रबंधन को इस साइडिंग के संचालन का जिम्मा मिल गया है. शुक्रवार को जीएम प्रकाश चंदा, एसओसी, बिरसा पीओ बीबी मिश्रा समेत कई अधिकारियों ने साइडिंग का निरीक्षण किया और सभी जरूरी कार्यों को जल्द से जल्द पूरा करने का निर्देश दिया.
पेलोडर से होगी लोडिंग
इस साइडिंग को अब पूरी तरह मशीनीकरण कर दिया गया है. रैक के सभी डिब्बों में ठेकेदार के पेलोडर के माध्यम से कोयले की लोडिंग की जायेगी. साथ ही प्रबंधन कोयले की गुणवत्ता बनाये रखने के लिए
कोल पिकिंग का काम भी ठेका मजदूरों से करायेगी.
बताया गया कि सभी जरूरी काम कर लिये जाने के बाद रेलवे के पीडब्ल्यूआइ ट्रैक का अंतिम निरीक्षण करेंगे. उसके रिपोर्ट के बाद यह साइडिंग चालू हो जायेगा. जानकारी मिली है कि मगध व आम्रपाली का कोयला भी इसी साइडिंग से डिस्पैच करने की योजना पर भी काम किया जा रहा है. इसके लिए उरीमारी और बड़कागांव के रास्ते टंडवा तक सड़क बनाने का सर्वे भी कर लिया गया है. सड़क बनते ही कोयला ढुलाई शुरू हो जायेगा.