आस्था : रजरप्पा मंदिर से सिद्धेश्वरधाम रामगढ़ तक शामिल हुए श्रद्धालु, उमड़ी भारी भीड़
रजरप्पा/चितरपुर :सावन की अंतिम सोमवारी पर रजरप्पा मंदिर से सिद्धेश्वरधाम रामगढ़ तक कांवर यात्रा का आयोजन किया गया. जिसमें रामगढ़ जिला के अलावे, हजारीबाग, रांची, बोकारो सहित कई जिलों से लगभग एक लाख से अधिक कांवरिये शामिल हुए. रजरप्पा से रामगढ़ लगभग 30 किलोमीटर तक कांवरियों की कतार लगी रही. कांवर यात्रा के दौरान भक्तों में आस्था, उमंग और भक्ति का संगम देखने को मिला. गिरिडीह सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी रजरप्पा मंदिर पहुंच कर कांवरियों को रवाना किया.
सांसद श्री चौधरी ने कहा कि बाबा भोलेनाथ की महिमा अपरंपार है. सावन माह में भगवान शंकर की कृपा भक्तों पर हमेशा बनी रहती है. जानकारी के अनुसार, रांची, हजारीबाग, चरही, मांडू, रामगढ़, पतरातू, बरकाकाना, भुरकुंडा, चितरपुर, मायल, दुलमी, गोला, पेटरवार सहित कई जगहों से मध्य रात लगभग 12 बजे से ही कांवरियां विभिन्न वाहनों से रजरप्पा मंदिर पहुंचने लगे थे.
यहां भैरवी-दामोदर संगम स्थल में स्नान कर यहां से जल उठा कर कांवर यात्रा की शुरुआत की. कांवरियों ने रजरप्पा, चितरपुर, बड़कीपोना, मुरुबंदा, रामगढ़ सहित कई जगह के मंदिरों में जलाभिषेक किया. भक्तों ने बोल बम, हर हर महादेव, जय भोलेनाथ के जयकारे भी लगाये. कांवर यात्रा के दौरान रामगढ़, चितरपुर व रजरप्पा मार्ग केसरिया रंग से पटा रहा. खास कर महिलाएं, युवतियां व बच्चों में काफी उत्साह देखा गया.
भगवान भोलेनाथ के भोले बाबा टना टन, हाथी ना घोड़ा ना कोन्हो सवारी पैदल ही अयबो तोहर दुवारी, ऐ गणेश के मम्मी सहित कई गीतों पर डीजे की धुन पर कांवरियां नाचते-झूमते रहे. मौके पर आजसू के जिला कार्यकारी अध्यक्ष अमृतलाल मुंडा, जगदीश महतो, रमेश दांगी, संतोष महतो, राजेश कुमार, दिवाकर नायक, भानुप्रकाश महतो, शिखा देवी, रजनी राज, विनीता विश्वकर्मा, अलासो देवी, नेहा देवी, लक्ष्मी देवी, सरिता देवी, आकाश शामिल थे.